नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में कृषि भूमि के बढ़ाए गए सर्किल रेट को लागू करवाने के लिए जय किसान आंदोलन द्वारा रविवार को पंचायत बुलाई गई. अध्यक्षता चौधरी जगत सिंह नीलवाल ने की. बैठक में सर्वसम्मति से सर्किल रेट को लागू करवाने के लिए प्रस्ताव पास किया गया.
जय किसान आंदोलन के अध्यक्ष राजीव यादव ने कहा कि 1 से 15 सितंबर तक इस मुद्दे को लेकर दिल्ली के सभी गांवों में हस्ताक्षर अभियान चलाया जाएगा. हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन उपराज्यपाल कार्यालय को सौंपा जाएगा. उसके बाद अगर 15 अक्टूबर तक नए सर्किल रेट को पास नहीं किया गया, तो नजफगढ़ गौशाला से उपराज्यपाल निवास तक जय किसान आंदोलन के कार्यकार्ता पैदल मार्च करेंगे.
दिल्ली पंचायत संघ प्रमुख थान सिंह यादव ने दिल्ली के गांवों व किसानों के साथ दोहरे मापदंड को गलत बताया. उन्होंने मांग की कि सरकार जल्द सर्किल रेट लागू करें. लैंड पूलिंग पॉलिसी पर सरकार को विचार करना चाहिए, ताकि किसानों को ज्यादा से ज्यादा कृषि भूमि के दाम मिल सकें. पहले शहरीकृत हुए गांव आज बर्बाद है. यहां सुविधाओं का अभाव है. सस्ती जमीन अधिग्रहण होने के कारण गांव वाले बेरोजगार हैं, इसलिए वर्तमान में किसानों को बढ़ें हुए दाम मिलना चाहिए.
ओम दत्त पपरावट ने कहा कि किसानों की कृषि भूमि की लूटमार अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी. बैठक में लगभग 25 गांव के प्रधानों ने भाग लिया, जिसमें नफे सिंह नंबरदार उप प्रधान गौशाला, शीशराम प्रधान खरखडी रोंध, कृष्णा डागर प्रधान ईसा पुर, संजीव कुमार हिरण कुदना, विजेंद्र शौकीन दिचाऊं कला, इंद्रजीत डगर झडोदा कला, जगदीश यादव कांगन हेडी, रामनिवास यादव जाफरपुर कला, रामानंद यादव, खरखडी नाहर आदि प्रमुखों ने हिस्सा लिया.
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