नई दिल्ली: दिल्ली के उपराज्यपाल और मुख्यमंत्री के बीच होने वाली साप्ताहिक मीटिंग अक्टूबर से नहीं हो रही है. इस पर उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने चिंता जताया है. सोमवार को उपराज्यपाल ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नाम पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि दिल्ली की जनता के हित के लिए मीटिंग जरूरी है. उन्होंने मुख्यमंत्री से उपराज्यपाल कार्यालय से मीटिंग के लिए तारीख तय करने की बात कही है.
पत्र में उपराज्यपाल ने लिखा है कि अक्टूबर 2022 के बाद सप्ताहिक बैठकें शुक्रवार को निर्धारित थी, उसमें केजरीवाल शामिल नहीं हुए हैं. बैठक करने के बाद ही सभी मुद्दों पर चर्चा और उसका समाधान निकल पाएगा. यहां तक कि गत माह G20 शिखर सम्मेलन के लिए उपराज्यपाल ने अहम बैठक बुलाई थी तो उसमें भी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शामिल नहीं हुए और अपने अस्वस्थ होने का कारण बताया था. उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना और अरविंद केजरीवाल की तकरार शुरू से ही चली आ रही है.
वहीं, इस मसले पर CM अरविंद केजरीवाल ने कहा कि विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करने के लिए मुझे आमंत्रित करने के लिए उपराज्यपाल का आज एक पत्र मिला. मैं निश्चित रूप से जल्द उनसे मिलने आऊंगा.
आखिरी बार अक्टूबर में बैठक में शामिल हुए थे CM: उपराज्यपाल बनने के बाद शराब घोटाले की सीबीआई जांच कराने के उपराज्यपाल के आदेश के साथ तल्खी और बढ़ गई. CBI ने उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के यहां छापेमारी व मुकदमा दर्ज करने के बाद से भी मुख्यमंत्री और उपराज्यपाल के बीच होने वाली चार मीटिंग में केजरीवाल शामिल नहीं हुए. अक्टूबर में वे आखिरी बार उपराज्यपाल के साथ मीटिंग की थी. उसके बाद से आज तक सप्ताहिक मीटिंग स्थगित है. इस पर उपराज्यपाल ने चिंता जताई है और उन्होंने कहा है कि मीटिंग नहीं होगी तो दिल्ली के विकास कार्य प्रभावित होंगे. इसीलिए वह उपराज्यपाल कार्यालय से अगली मीटिंग का समय तय करें.
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बता दें , बीते कुछ दिनों में नगर निगम में पार्षदों के मनोनीत करने तथा पीठासीन अधिकारी को नियुक्त करने आदि को लेकर मुख्यमंत्री व उपराज्यपाल के बीच तकरार चल रही है. पिछले सप्ताह लगातार तीन दिन दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उपराज्यपाल को अपने कर्तव्य व अधिकारों की याद दिलाते हुए पत्र लिखा और उनके फैसलों को गलत बताया था. उसके बाद आज सोमवार को उपराज्यपाल ने यह पत्र लिखा है.
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