नई दिल्ली: तीसरी कोरोना लहर (Corona Third Wave) की आशंका के मद्देनजर एक्शन प्लान (Action plan) तैयार करने के लिए दिल्ली सरकार (Delhi Government) द्वारा गठित 13 सदस्यीय कमेटी की अध्यक्षता कोरोना मामलों के नोडल अधिकारी ऊर्जा विभाग के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी (Addition Chief Secretary) सत्य गोपाल करेंगे. यह कमेटी तीसरी लहर को देखते हुए हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर, ऑक्सीजन प्लांट और दवाइयों की सप्लाई के मौजूदा आंकलन और भविष्य में होने वाली ज़रूरतों के आधार पर एक्शन प्लान तैयार करेगी.
कोविड केयर सेंटर्स के लिए चिन्हित होगी जगह
यह कमेटी देखेगी कि तीसरी कोरोना लहर के अनुसार दिल्ली में कितने आइसोलेशन बेड्स (Isolation Beds), ऑक्सीजन बेड्स (Oxygen Beds)और ICU बेड्स बढ़ाने की ज़रूरत है. साथ ही, इसका भी आकलन किया जाएगा कि कौन से और कितने अतिरिक्त इक्विपमेंट और मैटेरियल की ज़रूरत होगी. अस्थाई तौर पर फील्ड हॉस्पिटल और कोविड केयर सेंटर्स बनाने के लिए पहले से ही जगह भी चिन्हित की जाएगी, ताकि ज़रूरत पड़ने पर फौरन इसे बनाया जा सके.
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सभी बड़े अस्पतालों में लगेंगे ऑक्सीजन प्लांट
महत्वपूर्ण सर्विसेज और ऑक्सीजन व जरूरी दवाइयों रेमेडेसीवर (Remedesiver), टोसिलिजुमाब (Tocilizumab) और टॉसिलिजूमाब (Tosilizumab) का सप्लाई चेन मैनजमेंट देखना भी इस कमेटी की जिम्मेदारी होगी. यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सभी बड़े अस्पतालों में जहां भी सम्भव हो, वहां खुद के ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाएं. दिल्ली के सभी सरकारी अस्पतालों में ऑक्सीजन बेड पर पाइप्ड ऑक्सीजन की सप्लाई का इंतज़ाम हो और वहां पर्याप्त संख्या में ऑक्सिजन कंसन्ट्रेटर (Oxygen Concentrator) और सिलिंडर मौजूद हों.
ऑक्सीजन स्टोरेज फैसिलिटी का होगा मूल्यांकन
ऑक्सीजन के ट्रांसपोर्टेशन के लिए पर्याप्त संख्या में व्हीकल और क्रायोजेनिक टैंकर (Cryogenic Tanker) की संख्या का मूल्यांकन यह कमेटी करेगी. इसके अलावा, पूरी दिल्ली में ऑक्सीजन स्टोरेज फैसिलिटी (Oxygen Storage Facility) का मूल्यांकन किया जाएगा, जिसके आधार पर तीसरी लहर के दौरान अपेक्षित मामलों की संख्या को देखते हुए स्टोरेज फैसिलिटी बढ़ाने को लेकर प्रस्ताव तैयार किया जाएगा. आने वाली चुनौती से निपटने के लिए यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सभी तरह के उपकरणों और आवश्यक चीजों की खरीद पहले से ही कर ली जाए.
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तैयार होंगे 10 हज़ार पैरामेडिकल वॉलिंटियर्स
इससे जुड़े आदेश में कहा गया है कि मेडिकल ट्रेनिंग ऑर्गनाइजेशन और डिज़ास्टर मैनेजमेंट एक्सपर्ट्स के साथ मिलकर 10 हज़ार प्रशिक्षित पैरामेडिकल वॉलिंटियर्स (Trained Paramedical Volunteers) का एक कैडर तैयार किया जाएगा. जरूरत पड़ने पर इन्हें फील्ड हॉस्पिटल (Field Hospital) , कोविड केयर सेंटर (Covid Care Center) या फिर होम आइसोलेशन (Home Isolation) में रह रहे लोगों की देखरेख से जुड़ी ड्यूटी और अन्य कई कामों में लगाया जाएगा. यह सुनिश्चित किया जाएगा कि अभी निर्माणाधीन अस्पतालों को स्टाफ और सभी उपकरणों के साथ तैयार रखा जाए, ताकि गंभीर मरीजों के लिए वहां पर आईसीयू फैसिलिटी बनाई जा सके.
बच्चों के मामले को लेकर अलग कमेटी गठित
इसके अलावा, दिल्ली सरकार ने दो शिशु रोग विशेषज्ञ सहित छह डॉक्टर्स वाली आठ सदस्यीय एक और कमेटी (Committee) का गठन किया है. यह कमेटी बच्चों को ध्यान में रखते हुए तीसरी लहर के प्रभाव को लेकर काम करेगी. यह कमेटी विभिन्न देशों के शहरों के कोरोना सम्बन्धी ट्रेंड और म्यूटेंट को ध्यान में रखते हुए तैयारियां करेगी. कमेटी इसे लेकर स्पष्ट गाइडलाइन तैयार करेगी कि किस स्थिति में कितने केस और कितनी पॉजिटिविटी रेट आने पर कितने दिन के सख्त लॉकडाउन (Lockdown) की घोषणा की जा सकती है.
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कमेटी तैयार करेगी डिटेल एक्शन प्लान
पॉजिटिविटी रेट इंडिकेटर (Positivity Rate Indicator) के आधार पर अस्पतालों की व्यवस्था, जैसे आइसोलेशन बेड, ऑक्सीजन बेड, आईसीयू बेड और वेंटिलेटर आदि को लेकर भी यह कमेटी एक्शन प्लान (Action Plan) तैयार करेगी. इसका भी प्लान तैयार किया जाएगा कि कितनी पॉजिटिविटी रेट आने पर किस क्षेत्र के किस अस्पताल को एक्टिवेट किया जाएगा और वहां पर क्या सुविधाएं विकसित रहेंगी. अस्पतालों में मैन पावर, इक्यूपमेंट्स आदि की उपलब्धता को लेकर भी प्लान तैयार करना होगा.