नई दिल्ली: लगातार बढ़ते कोरोना मामलों के बीच दिल्ली सरकार एक्शन मोड़ में हैं और लगातार फैसले ले रही है. 33 प्राइवेट अस्पतालों में कुल क्षमता के 80 फीसदी ICU बेड रिजर्व करने के बाद अब 42 और अस्पतालों में कुल क्षमता के 80 फीसदी ICU बेड रिजर्व किए गए हैं. इसके अलावा निजी अस्पतालों को अपने 60 फीसदी बैड कोरोना मरीज़ों के लिए रिज़र्व रखने के लिए कहा गया है. जिसके बाद कोरोना के इलाज के लिए लगभग 2644 अतिरिक्त बैड उपलब्ध हो गए हैं.
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दिल्ली सरकार ने अब 90 प्राइवेट अस्पतालों को आदेश दिया है कि वह अपने यहां कुल क्षमता के 60% बेड्स कोरोना मरीजों के लिए तुरंत रिजर्व करें. अगर किसी अस्पताल में 40 फ़ीसदी से ज्यादा बेड्स पर नॉन कोरोना मरीज एडमिट है, तो उन मरीज के डिस्चार्ज होने तक उनको बेड दिया जाए और जैसे ही वह डिस्चार्ज हो यह बेड कोरोना मरीजों के लिए रिजर्व कर दिए जाएं.
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दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के मुताबिक इससे प्राइवेट अस्पतालों में 2644 बेड्स कोरोना ट्रीटमेंट के लिए बढ़ जाएंगे. इन अस्पतालों में फोर्टिस, अपोलो, बीएल कपूर हॉस्पिटल, मैक्स हॉस्पिटल, सर गंगा राम हॉस्पिटल, वेंकटेश्वर हॉस्पिटल और महाराजा अग्रसेन हॉस्पिटल शामिल हैं. इसके साथ ही 260 आईसीयू बैड भी उपलब्ध हुए हैं.