नई दिल्ली: कोरोना वायरस के संक्रमण की चपेट में अस्पताल के डॉक्टर, नर्स और अन्य कर्मचारी भी तेजी से आ रहे हैं. बड़ा सवाल बन गया है कि वो जिस तरह योद्धा बनकर संक्रमित मरीजों का इलाज कर रहे हैं अब खुद ही संक्रमित हो रहे हैं. ऐसे में उनके परिवारों पर भी संकट है. अब दिल्ली सरकार ने डॉक्टर और अस्पताल के अन्य कर्मचारियों को अस्पताल के पास ही होटल में रहने की व्यवस्था की है.
मध्य दिल्ली स्थित करोल बाग के 5 बड़े होटलों के साथ-साथ दक्षिणी दिल्ली के कुतुब रोड स्थित राजधानी के 20 होटलों में कोरोना के संदिग्ध डॉक्टर, नर्स रखे जाएंगे. इसके अलावा जरूरत हुई तो वहां पर मरीजों को भी रखा जाएगा और उनकी जांच प्रक्रिया शुरू की जाएगी. होटलों को निकटवर्ती अस्पतालों से जोड़ा जाएगा, ताकि डॉक्टर और अन्य कर्मचारियों को आने-जाने में सुविधा हो.
इन इलाकों में स्थित हैं होटल
दक्षिणी दिल्ली के कुतुब इंस्टीट्यूशनल एरिया स्थित कुतुब होटल में 20 कमरे कोरोना संक्रमितों के लिए आरक्षित किए गए हैं. इसे समीप के मदन मोहन मालवीय अस्पताल से जोड़ दिया गया है. पॉजिटिव पाए जाने वाले मरीजों को अस्पताल भेज दिया जाएगा. इसके अलावा मरीज, डॉक्टर अगर चाहें तो वे इस होटल में रह सकते हैं. इसी क्रम में करोल बाग के 5 होटल डॉक्टरों के लिए सरकार ने आरक्षित किए हैं. इन्हें एलएनजेपी हॉस्पिटल से जोड़ा गया है.
हरिनगर, द्वारका, पीरागढ़ी में भी हैं होटल
इस क्रम में होटल ट्यूलिप हरिनगर, होटल शौर्य द्वारका को दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल से जोड़ा गया है. पीरागढ़ी स्थित फाबुला होटल को गुरु गोविंद सिंह अस्पताल से जोड़ दिया गया है. रेलवे स्टेशन के समीप जिंजर होटल में 115 बिस्तर उपलब्ध हैं, इसे लोकनायक अस्पताल से जोड़ा गया है. इस प्रकार 700 से ज्यादा कमरों का इंतजाम संदिग्ध मरीजों और कोरोना संक्रमित डॉक्टर अस्पताल के कर्मचारियों के लिए किया जाएगा.
बता दें कि दिल्ली में जब कोरोना के मामले सामने आए थे, तो उनका इलाज कर रहे डॉक्टर्स और नर्सों को रहने के लिए दिल्ली सरकार ने कनॉट प्लेस स्थित ललित होटल में रहने की व्यवस्था की थी. उसके बाद अब इन होटलों को कोरोना संक्रमित अस्पताल कर्मचारियों और अन्य मरीजों के लिए आरक्षित किया है.