नई दिल्ली: केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव की अध्यक्षता में शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए एनसीआर राज्यों के पर्यावरण मंत्रियों की संयुक्त बैठक हुई. इसमें पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने एनसीआर से दिल्ली आने वाले सभी सार्वजनिक परिवहन को सीएनजी या इलेक्ट्रिक पर संचालित करने की मांग की. बैठक में दिल्ली और एनसीआर में प्रदूषण को लेकर लेकर विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई.
उन्होंने कहा कि वायु प्रबंधन गुणवत्ता आयोग (सीएक्यूएम) कि रिपोर्ट के अनुसार, 2016 में दिल्ली में 109 थे, जिनमें वायु की स्थिति अच्छी थी, जो 2022 में बढ़ 163 हो गई. वहीं इस साल अच्छी वायु गुणवत्ता वाले दिन बढ़कर 205 हो गए हैं, दो दिल्ली-एनसीआर के लोगों के लिए संतोषजनक है. उन्होंने कहा कि आने वाले दो महीने प्रदूषण के लिहाज से बहुत संवेदनशील होते हैं. केंद्र सरकार व वायु प्रबंधन गुणवत्ता आयोग द्वारा जो भी दिशा-निर्देश दिए जाते हैं, उनका सही तरह से पालन होना जरूरी है, नहीं तो इसका सही परिणाम नहीं मिलेगा. हमें एक व्यवस्था बनानी होगी, जिससे इनका सही तरह से पालन हो सके.
अन्य राज्यों में भी पटाखों पर प्रतिबंध की मांग: मंत्री गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली ने जिस तरह पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया है उसी तरह एनसीआर राज्यों को भी चाहिए कि वे पटाखों के लाइसेंस, उत्पादन, भंडारण और पटाखे फोड़ने पर प्रतिबंध लगाएं, ताकि प्रदूषण न हो. उन्होंने अनुरोध किया कि एनसीआर राज्य भी एंटी स्मॉग मोबाइल वैन का इस्तेमाल करें. बैठक में केंद्रीय पर्यावरण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे सहित एनसीआर राज्यों के पर्यावरण मंत्री और संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे.
मंत्री गोपाल राय ने इन सात सूत्रीय सुझावों पर एनसीआर राज्य के पर्यावरण मंत्रियों से सहयोग की अपील की-
- एनसीआर से दिल्ली आने वाले सभी सार्वजनिक परिवहन इलेक्ट्रिक या सीएनजी ईंधन पर चलाए जाएं.
- एनसीआर राज्यों में पराली जलाने पर रोक लगाई जाए, ताकि पराली का धुआं हवा को प्रदूषित न कर सके.
- एनसीआर राज्यों में प्रदूषणकारी ईंधनों से चल रही औद्योगिक इकाइयां को पाइप्ड प्राकृतिक गैस से संचालित करने पर जोर दिया जाए.
- हाउसिंग सोसाइटियों में बिजली सुनिश्चित की जाए ताकि डीजल जेनरेटर पर निर्भरता कम हो सके.
- प्रदूषण फैलाने वाले ईंट भट्ठों को जिग-जैग तकनीक में तब्दील किया जाए.
- राज्य सरकारों को वाहनों को इस्टर्न और वेस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे पर उनके शुरुआती बिंदु से ही डायवर्ट करने के लिए कहा जाए.
- दिल्ली की तरह एनसीआर राज्यों में भी पटाखों पर पूरी तरह से पाबंदी लगाई जाए.