नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में 12 मई को मतदान है. निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव के लिए चुनाव कार्यालय ने पूरी तैयारी कर ली है. चुनाव आयोग ने ईवीएम और वीवीपैट मशीनों की सुरक्षा के लिए कुछ खास इंतजाम किए हैं.
GPS के जरिए रहेगी निगरानी
जानकारी के मुताबिक, दिल्ली के मुख्य निर्वाचन कार्यालय ने परिवहन विभाग की मदद से कुल 1500 डीटीसी बसों के अलावा 1500 मिनी बस, ईको और ट्रेवलर गाड़ियों का इंतजाम किया है. इन बसों में चुनाव कार्यालय की ओर से ही जीपीएस लगवाया गया है जिसकी ट्रैकिंग कार्यालय में बैठकर की जा सकेगी.
13819 कंट्रोल यूनिट का इस्तेमाल
अधिकारियों के मुताबिक, उत्तर पश्चिमी सीट को छोड़ हर सीट पर दो-दो ईवीएम मशीनें लगाई जाएंगी. हालांकि इन मशीनों को एक कंट्रोल यूनिट हैंडल करती है. यहां कुल 13819 पोलिंग बूथ हैं. ऐसे में कंट्रोल यूनिट की संख्या 13819 ही रहेगी, जिसके साथ ईवीएम और वीवीपैट मशीनें अटैच होंगी. कंट्रोल यूनिट के अलावा दिल्ली के लिए 25146 बैलट यूनिट् का भी इंतजाम किया गया है.
थ्री-लेयर सिक्योरिटी का इंतजाम
सुबह के समय मशीनों को ले जाने के लिए पुलिस की तैनाती होगी. बूथ तक पहुंचने के बाद इनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी बूथ पर मौजूद स्टाफ की होगी. शाम के समय जब मतदान की प्रक्रिया खत्म हो जाएगी तब इन मशीनों को थ्री-लेयर सिक्योरिटी के अधीन स्ट्रांगरूम तक ले जाया जाएगा.
सुरक्षा के तीनों लेयर में फर्स्ट लेयर सेंट्रल पुलिस की होगी जबकि दूसरी लेयर स्टेट आर्म्ड पुलिस की होती है. इसी सुरक्षा में तीसरी यूनिट लोकल पुलिस की होगी जो दिल्ली पुलिस की है.
हर संसदीय क्षेत्र में एक स्ट्रांगरूम
हर संसदीय क्षेत्र के लिए एक स्ट्रांगरूम उसी इलाके में बनाया गया है. यहां मतगणना तक किसी भी व्यक्ति का प्रवेश वर्जित होता है और ये कड़ी सुरक्षा के अधीन होता है. 12 मई को चुनाव के बाद 23 मई को मतगणना होगी जिसमें प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला होगा.