नई दिल्ली: जिगोलो और प्लेबॉय की नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले एक गैंग को उत्तरी जिला साइबर सेल ने गिरफ्तार किया है. आरोपियों ने इस फर्जीवाड़े के लिए जिगोलो और प्लेबॉय नाम से दो वेबसाइट बना रखी थी. इस नौकरी के लिए वह विभिन्न चार्ज के नाम से रुपये ऐंठते और बाद में पीड़ित का नंबर ब्लॉक कर देते. इस गैंग में शामिल दो युवकों के साथ पुलिस ने कॉल पर बात करने वाली 4 युवतियों को भी पकड़ा है.
उत्तरी जिला डीसीपी सागर सिंह कलसी के अनुसार गृह मंत्रालय के साइबर क्राइम पोर्टल पर उत्तरी दिल्ली निवासी मोहम्मद आदिल की तरफ से एक शिकायत दर्ज कराई गई थी. इस शिकायत में उन्होंने बताया कि गूगल पर उसे एक मोबाइल नंबर मिला था. इस पर नौकरी के लिए उसने जब कॉल किया तो उससे 2500 रुपये रजिस्ट्रेशन फीस जमा कराने के लिए कहा गया. यह रकम जमा कराने के बाद उससे अलग-अलग चार्ज वे नाम पर 58158 रुपये ले लिए गए. इसके बावजूद उसे काम नहीं मिला तो उसने रुपये वापस मांगे. इस पर आरोपियों ने उसका नंबर ब्लॉक कर दिया. इस शिकायत पर बीते 25 जुलाई को ठगी का मामला उत्तरी जिला साइबर थाने में दर्ज किया गया था.
इस मामले की जांच साइबर थाने के एसएचओ पवन तोमर की देखरेख में एसआई रंजीत, एसआई गुमान सिंह, एसआई राजू सिंह और महिला हवलदार सुनीता ने शुरू की. पुलिस टीम ने बताए गए मोबाइल नंबर की टेक्निकल जांच की. इसके अलावा मनी ट्रेल को भी खंगाला गया जिससे पता चला कि कई बैंक खाते और मनी वॉलेट में यह पैसे गए हैं. पुलिस को पता चला कि यह आरोपी पश्चिमी दिल्ली और पंजाब के पटियाला से ऑपरेट कर रहे हैं. इस जानकारी पर पुलिस ने अमित गांधी को गिरफ्तार कर उसके पास से मोबाइल बरामद कर लिया. उसके पास से एक XUV500 गाड़ी भी बरामद हुई.
उसकी निशानदेही पर पुलिस ने जय कोचर को गिरफ्तार किया. इनकी निशानदेही पर पुलिस ने माही, हरमन, रंजना और निशा को पकड़ा और इनके पास से 8 मोबाइल बरामद किए. यह लड़कियां वेबसाइट पर दिए गए नंबर पर कॉल करने वाले लोगों से बात कर उन्हें जाल में फंसाती थी. आरोपियों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने दो वेबसाइट बनाई थी जिनमें एक जिगोलो क्लब के नाम से थी और दूसरी प्लेबॉय क्लब नाम से थी. इस पर उन्होंने मोबाइल नंबर डाल रखा था जो फर्जी दस्तावेजों पर लिए गए सिम कार्ड का था. उस पर जब कोई कॉल करता तो उससे पहले रजिस्ट्रेशन फीस के नाम पर 2500 रुपये मांगे जाते और फिर होटल चार्ज, मेडिकल चार्ज आदि के नाम पर उससे पैसे ठगे जाते थे. पीड़ित जब अपने रुपए मांगता तो वह उसका नंबर ब्लॉक कर देते थे.
डीसीपी सागर सिंह कलसी ने बताया कि आरोपियों के पास से कुल 9 मोबाइल फोन, 9 सिम कार्ड, 9 डेबिट कार्ड और एक कार बरामद की गई है. पुलिस इनके बैंक खातों को खंगाल कर इनके द्वारा ठगे गए लोगों के बारे में जानकारी जुटा रही है.
ऐसी ही ज़रूरी और विश्वसनीय ख़बरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत एप