नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक अंतर्राज्यीय वाहन चोर गिरोह के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार किया है. आरोपी मुन्ना उत्तर प्रदेश के मेरठ और मध्य प्रदेश के कई जिलों से ऑक्शन में पुरानी गाड़ियां खरीदता था. उन गाड़ियों के कागजात को दिल्ली से चोरी की गई गाड़ियों में लगाकर बेचने का काम करता था. आरोपी साल 2020 से लगातार फरार चल रहा था. पुलिस ने उस पर 50,000 रुपये का इनाम घोषित कर रखा था. आरोपी के कब्जे से चार चोरी के वाहन बरामद किए गए हैं.
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के स्पेशल सीपी रविंद्र कुमार यादव ने बताया कि पुलिस को जानकारी मिली कि निजामुद्दीन इलाके में एक आरोपी रह रहा है, जो चोरी के वाहनों की डीलिंग करता है. पुलिस ने अपने लोकल इंटेलिजेंस से जानकारी जुटाई, जिसमें सामने आया कि आरोपी इनामी बदमाश मुन्ना है. वह गाड़ी की चेचिस नंबर बदलकर बेचने का काम करता था. पूछताछ के दौरान मुन्ना ने बताया कि बागपत का रहने वाला रहीसुद्दीन और टिकरी कला का रहने वाला सुनील के साथ मिलकर वाहन चोरी के गैंग को चलाते थे.
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उन्होंने बताया कि तीनों मिलकर उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के अलग-अलग जिलों से नीलामी में पुरानी गाड़ियों का कबाड़ खरीदते थे.इस दौरान उन गाड़ियों के एसएस नंबर तथा दस्तावेज लेकर दिल्ली से चोरी की गई गाड़ियों के चेचिस नंबर से मिलते जुलते नंबर पर बदल देते थे. इंजन के चेचिस नंबर को धुंधला कर दस्तावेज प्रस्तुत किए जाते थे. आरोपी कारों की बिक्री का काम देखता था. पुलिस ने आरोपी के पास से एक चोरी की चार कार बरामद की है. इसके अलावा आरोपी के पास से कई फर्जी नंबर, प्लेट भी बरामद की गई हैं.
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