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कोरोना से हुई मौत के सही आंकड़े ही नहीं, तो किसे मुआवजा देगी सरकार- चौधरी अनिल

कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार ने दिल्ली सरकार पर कोरोना से होने वाले मौत के आंकड़े छुपाने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा जारी किए गए आंकड़े और नगर निगम के श्मशान और कब्रिस्तान में किए गए अंतिम संस्कार के आंकड़ों में एक बड़ा फर्क है. जब दिल्ली सरकार के पास कोरोना से होने वाले मौत के वास्तविक आंकड़े ही नहीं है तो सरकार किस आधार पर लोगों को मुआवजा देगी.

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कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार
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Published : May 20, 2021, 3:24 PM IST

नई दिल्ली: दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार ने दिल्ली सरकार पर कोरोना से होने वाले मौत के आंकड़े छुपाने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा जारी किए गए आंकड़े और नगर निगम के श्मशान और कब्रिस्तान में किए गए अंतिम संस्कार के आंकड़ों में एक बड़ा फर्क है. जब दिल्ली सरकार के पास कोरोना से होने वाले मौत के वास्तविक आंकड़े ही नहीं है तो सरकार किस आधार पर लोगों को मुआवजा देगी.

'आकड़ों में है भारी अंतर'
चौधरी अनिल कुमार ने कहा कि अरविंद केजरीवाल की घोषणा सुनने के बाद उन्हें रोना आया. उन्होंने दिल्ली सरकार द्वारा जारी कोविड मृत्यु के आंकड़े व नगर निगम के आंकड़ों में भारी अंतर का जिक्र करते हुए कहा कि इस वर्ष दिल्ली में चौथी लहर के दौरान अप्रैल व मई 17 के बीच दिल्ली के तीनों नगर निगमों में स्थित शमशान और कब्रिस्तान में 19,715 शव का अंतिम संस्कार कोरोना विधि से हुआ है. जबकि इस दौरान दिल्ली सरकार ने मात्र 10,462 मौत के आंकड़े जारी किए हैं. नगर निगम और दिल्ली सरकार के आकडों के बीच जमीन आसमान का फर्क है.

ये भी पढ़ें: HC: ब्लैक फंगस की दवाओं की कमी, दिल्ली सरकार से स्टॉक की रिपोर्ट तलब

केजरीवाल सरकार पर साधा निशाना

चौधरी अनिल कुमार ने अरविंद केजरीवाल पर मौतों के आंकड़े को छुपाने का आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली वालों ने केजरीवाल को 3 बार मुख्यमंत्री बनाया लेकिन आज जब आम नागरिकों को सरकार से उम्मीद थी तो उन्हें खोखले वादें और घोषणाएं ही मिल रही है. उन्होंने सवाल उठाया कि जब सरकार के पास कोरोना से होने वाले मौत के सही आंकड़े ही नहीं तो किसे मुआवजा मिलेगा.

पढ़ें: - Exclusive:क्या कोरोना से मृत व्यक्तियों के अंतिम संस्कार से जुड़े आंकड़े छिपा रही EDMC


4783 मृतकों के नाम दिल्ली सरकार की लिस्ट में नहीं!

गौरतलब है कि अप्रैल महीने में ईटीवी भारत ने यह खबर प्रमुखता से दिखाई थी. जिसके बाद अन्य कई मीडिया हाउस ने भी इस खबर को फॉलो किया था. दिल्ली सरकार द्वारा जारी आंकड़ों की माने तो 18 अप्रैल से लेकर 11 मई तक 8050 लोगों की मौत कोरोना से हुई है. जिसका जिक्र सरकार द्वारा जारी किए जाने वाले हेल्थ बुलिटिन में किया गया है. वहीं दिल्ली के तीनों नगर निगम द्वारा श्मशान और कब्रिस्तान में किए गए अंतिम संस्कार के आंकड़ों की बात करें तो 18 अप्रैल से लेकर 11 मई के बीच 12833 लोगों का अंतिम संस्कार कोरोना प्रोटोकॉल हिसाब से किया गया है. यानि दिल्ली सरकार द्वारा जारी आंकड़ों से ज्यादा 4783 मृत लोगों का अंतिम संस्कार कोरोना विधि से दिल्ली नगर निगम के श्मशान और कब्रिस्तानों में किया गया है.

पढ़ें: - दिल्ली में अंतिम संस्कार का इंतजार, श्मशान के बाहर लाशों की कतार

नई दिल्ली: दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार ने दिल्ली सरकार पर कोरोना से होने वाले मौत के आंकड़े छुपाने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा जारी किए गए आंकड़े और नगर निगम के श्मशान और कब्रिस्तान में किए गए अंतिम संस्कार के आंकड़ों में एक बड़ा फर्क है. जब दिल्ली सरकार के पास कोरोना से होने वाले मौत के वास्तविक आंकड़े ही नहीं है तो सरकार किस आधार पर लोगों को मुआवजा देगी.

'आकड़ों में है भारी अंतर'
चौधरी अनिल कुमार ने कहा कि अरविंद केजरीवाल की घोषणा सुनने के बाद उन्हें रोना आया. उन्होंने दिल्ली सरकार द्वारा जारी कोविड मृत्यु के आंकड़े व नगर निगम के आंकड़ों में भारी अंतर का जिक्र करते हुए कहा कि इस वर्ष दिल्ली में चौथी लहर के दौरान अप्रैल व मई 17 के बीच दिल्ली के तीनों नगर निगमों में स्थित शमशान और कब्रिस्तान में 19,715 शव का अंतिम संस्कार कोरोना विधि से हुआ है. जबकि इस दौरान दिल्ली सरकार ने मात्र 10,462 मौत के आंकड़े जारी किए हैं. नगर निगम और दिल्ली सरकार के आकडों के बीच जमीन आसमान का फर्क है.

ये भी पढ़ें: HC: ब्लैक फंगस की दवाओं की कमी, दिल्ली सरकार से स्टॉक की रिपोर्ट तलब

केजरीवाल सरकार पर साधा निशाना

चौधरी अनिल कुमार ने अरविंद केजरीवाल पर मौतों के आंकड़े को छुपाने का आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली वालों ने केजरीवाल को 3 बार मुख्यमंत्री बनाया लेकिन आज जब आम नागरिकों को सरकार से उम्मीद थी तो उन्हें खोखले वादें और घोषणाएं ही मिल रही है. उन्होंने सवाल उठाया कि जब सरकार के पास कोरोना से होने वाले मौत के सही आंकड़े ही नहीं तो किसे मुआवजा मिलेगा.

पढ़ें: - Exclusive:क्या कोरोना से मृत व्यक्तियों के अंतिम संस्कार से जुड़े आंकड़े छिपा रही EDMC


4783 मृतकों के नाम दिल्ली सरकार की लिस्ट में नहीं!

गौरतलब है कि अप्रैल महीने में ईटीवी भारत ने यह खबर प्रमुखता से दिखाई थी. जिसके बाद अन्य कई मीडिया हाउस ने भी इस खबर को फॉलो किया था. दिल्ली सरकार द्वारा जारी आंकड़ों की माने तो 18 अप्रैल से लेकर 11 मई तक 8050 लोगों की मौत कोरोना से हुई है. जिसका जिक्र सरकार द्वारा जारी किए जाने वाले हेल्थ बुलिटिन में किया गया है. वहीं दिल्ली के तीनों नगर निगम द्वारा श्मशान और कब्रिस्तान में किए गए अंतिम संस्कार के आंकड़ों की बात करें तो 18 अप्रैल से लेकर 11 मई के बीच 12833 लोगों का अंतिम संस्कार कोरोना प्रोटोकॉल हिसाब से किया गया है. यानि दिल्ली सरकार द्वारा जारी आंकड़ों से ज्यादा 4783 मृत लोगों का अंतिम संस्कार कोरोना विधि से दिल्ली नगर निगम के श्मशान और कब्रिस्तानों में किया गया है.

पढ़ें: - दिल्ली में अंतिम संस्कार का इंतजार, श्मशान के बाहर लाशों की कतार

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