नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी से गठबंधन के मुद्दे पर कांग्रेस में कलह खुलकर सामने आ रही है. पहले पी सी चाको का कार्यकर्ताओं से रायशुमारी का ऑडियो सामने आना. और अब पूर्व अध्यक्ष अजय माकन का समर्थन करना कि कार्यकर्ताओं की राय लेने में गलत क्या है.
वहीं वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष शीला दीक्षित इस बात पर अड़ी हुई हैं कि गठबंधन नहीं होना चाहिए, वही पार्टी के अन्य नेता इसके समर्थन में हैं.
शीला दीक्षित का यह कहना सवाल खड़े करता है, क्योंकि दिल्ली में कांग्रेस की कमान उन्हीं के हाथों में है और वे उन्हें अगर इस कॉल के बारे में पता नहीं, तो इसका सीधा मतलब निकलता है कि गठबंधन के मुद्दे पर कांग्रेस की दिल्ली इकाई और केंद्रीय इकाई के मत भिन्न हैं. इस मुद्दे पर अजय माकन की मीडिया से बातचीत भी इसी का संकेत देती है.
अजय माकन ने सीधा सीधा कहा है कि अगर गठबंधन के मुद्दे पर कार्यकर्ताओं की राय ली जा रही है तो इसमें गलत क्या है. उन्होंने यह भी कहा कि 52 हजार कार्यकर्ताओं का फोन नम्बर पीसी चाको के पास नहीं है. शक्ति एप का सीधा नियंत्रण राहुल गांधी के हाथ मे है. स्पष्ट है कि अजय माकन कहना चाहते हैं कि यह कॉल राहुल गांधी के निर्देश पर किए जा रहे हैं, लेकिन शीला दिक्षित गठबंधन नहीं चाहतीं.