नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर एनडीएमसी में कॉन्ट्रैक्ट पर काम करने वाले 4500 कर्मचारियों को नियमित करने की मांग की है. दो पन्ने के पत्र में मुख्यमंत्री ने लिखा है कि गत वर्ष मार्च महीने में भी उन्होंने इस संबंध में पत्र के माध्यम से गृहमंत्री को सूचित किया था. नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) के कॉन्ट्रैक्ट पर काम करने वाले इन कर्मचारियों को नियमित करने की लंबे समय से लंबित वास्तविक शिकायत अभी तक दूर नहीं हुई है.
केजरीवाल ने लिखा है कि इससे पूर्व में भेजे गए पत्र के जरिए भी उन्होंने अनुरोध किया था कि एनडीएमसी में कार्यरत इन सभी कर्मचारियों को नियमित कर दें. इस संबंध में 23 नवंबर 2022 को एक रिमाइंडर भी भेजा है. लेकिन ग्रुप सी के भर्ती नियमों के मसौदे की मंजूरी अभी तक गृह मंत्रालय से नहीं दी गई है. इसीलिए एक बार फिर उन्होंने पत्र लिखा है ताकि इन कर्मचारियों की लंबित शिकायत को हल कर इन्हें नियमित एनडीएमसी कर्मचारी बनाया जा सके.
अपने पत्र में मुख्यमंत्री ने कहा है कि इनमें से अधिकांश एनडीएमसी में 20 से 25 साल से काम कर रहे हैं. काफी गरीब हैं. स्थाई कर्मचारी ना होने के कारण मामूली तनख्वाह में इनका घर चलाना मुश्किल हो गया है. ऐसे में मानवता के आधार पर वे निवेदन करते हैं कि इन कर्मचारियों को स्थाई किया जाए. मुख्यमंत्री ने लिखा है कि इससे पहले भी एनडीएमसी में अस्थाई कर्मचारियों को स्थाई किया गया है. इस कारण भी कर्मचारियों को स्थाई करने में कोई वैधानिक समस्या नहीं आएगी. एनडीएमसी भी इस समय कर्मचारियों की कमी की समस्या से जूझ रहा है इन कर्मचारियों के स्थाई होने से समस्या का समाधान भी हो जाएगा.
बता दें कि एनडीएमसी नई दिल्ली क्षेत्र यानी लुटियंस दिल्ली स्थानीय निकाय है. यहां की साफ-सफाई से लेकर सड़कों की रखरखाव चलने वाले सरकारी अस्पताल आदि की जिम्मेदारी एनडीएमसी के पास है और इन सभी में अभी 4500 कर्मचारी हैं जो वर्षों से ठेके पर काम कर रहे हैं और इन्हें नौकरी नियमित करने के संबंध में अरविंद केजरीवाल ने यह पत्र लिखा है.
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