नई दिल्ली: व्हाट्सएप जासूसी कांड के बाद दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव ने तमाम अधिकारियों को निर्देश जारी किया है कि वे मंत्रियों को व्हाट्सएप के जरिए सरकारी दस्तावेज और फाइलों की प्रति आदि भेजना बंद कर दें.
व्हाट्सएप में सेंध से अधिकारियों में भी हड़कंप मचा है. तत्कालिक जरूरत के हिसाब से वरिष्ठ अधिकारी आपस में बैठक भी व्हाट्सएप पर कर लिया करते थे, उस पर भी अब विराम लगाने के निर्देश दिए गए हैं.
दिल्ली से बाहर होने पर व्हाट्सएप पर भेजते थे फाइल
वरिष्ठ अधिकारी बताते हैं कि मंत्रियों के दिल्ली से बाहर होने पर फाइल दिखाने के लिए व्हाट्सएप पर उसकी फोटो भेजना सबसे आसान और सुरक्षित तरीका था. व्हाट्सएप पर ही मंत्रियों के जवाब भी मिल जा रहे थे.
फाइल किसी के हाथ लगने का डर
मंत्री को फाइल की फोटो भेजने के बाद दोनों पक्ष इसे डिलीट भी कर दिया करते थे. मगर व्हाट्सएप में सेंध की खबर से ये डर पैदा हुआ कि कहीं डिलीट की गई फाइल किसी और के हाथ नहीं लग गई हों.
व्हाट्सएप से जानकारी साझा करना बंद
जानकारियों को साझा करने के लिए मंत्रालयों में अधिकारियों ने अपने जो व्हाट्सएप ग्रुप बना रखे हैं, उनके इस्तेमाल में भी सावधानी बरती जा रही है. संवेदनशील और नीतिगत विषयों से संबंधित जानकारी व्हाट्सएप के जरिए साझा करने या इस पर पहले की तरह अधिकारियों की बैठक बंद होने के भी निर्देश दिए गए.
गोपनीय जानकारियां व्हाट्सएप ना करें
बताया जा रहा है कि कई मंत्रियों के कई विभागों के सचिव ने संयुक्त सचिवों को परोक्ष रूप से सावधानी बरतने के लिए कहा है. अधिकारियों के बीच कहा जा रहा है कि जब तक व्हाट्सएप मैसेंजर में सेंध लगाए जाने वाले इस मामले में सारी स्थिति साफ नहीं हो जाती है. तब तक व्हाट्सएप पर सामान्य सूचनाओं के आदान-प्रदान के सिवा कोई अन्य जानकारी साझा नहीं करेंगे.
पिछले दिनों व्हाट्सएप ने भी स्वीकार किया कि सूचनाएं लीक हुई है और इसकी जांच कराई जा रही है.