नई दिल्ली: दिल्ली सरकार ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए बजट की तैयारियां शुरू कर दी है. बजट की तैयारियों को लेकर शनिवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंत्रियों के साथ पहली बैठक की. बैठक में उन्होंने दिल्ली की जनता की प्राथमिकताओं को लेकर मंत्रियों से विचार-विमर्श किया. उम्मीद है कि इस बार दिल्ली का बजट फरवरी माह के मध्य या अंत तक आएगा.
बजट में शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी, सड़क और इंफ्रास्ट्रक्चर समेत अन्य प्रमुख मुद्दों पर विशेष फोकस किए जाने की उम्मीद है. मुख्यमंत्री ने सभी मंत्रियों को बजट की तैयारियां तेज करते हुए अपनी प्राथमिकताएं तय करने का निर्देश दिया है. अगले सप्ताह मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में सभी मंत्रियों और अफसरों की फिर बैठक होगी, जिसमें प्राथमिकताओं को अंतिम रूप दिया जाएगा. इसके बाद बजट पर दिल्ली के सभी हितधारकों से भी सुझाव लिए जाएंगे. फिर उनके सुझावों को बजट में शामिल भी किया जाएगा.
मुख्यमंत्री ने आगामी बजट को लेकर सभी मंत्रियों से गहन विचार-विमर्श किया, ताकि दिल्ली को और बेहतरीन बनाया जा सके. इस दौरान आगामी बजट कैसा हो, इस पर सीएम द्वारा सबकी राय ली गई. वित्तीय वर्ष में सरकार की क्या प्राथमिकताएं होनी चाहिए, इस पर गंभीर चर्चा हुई. सीएम ने इस बात पर बल दिया कि शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में आगामी वित्तीय वर्ष में और क्या नया कर सकते हैं, जिससे इस मॉडल को और बेहतरीन तरीके से जनता के सामने पेश किया जा सके. सीएम ने शिक्षा मंत्री आतिशी और स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज को शिक्षा-स्वास्थ्य के क्षेत्र में नई पहलों को लेकर प्लान बनाने का निर्देश दिया है.
इसके अलावा, बैठक में पानी, सड़क, शहरी विकास और विभिन्न विकास कार्यों पर भी चर्चा हुई. इन सभी पर आगामी वित्तीय वर्ष में क्या प्राथमिकताएं होंगी, यह तय किया गया. सीएम ने संबंधित मंत्री से इन कार्यो के लिए आगामी वित्तीय वर्ष में कितने बजट की जरूरत होगी, उस पर गहन विचार किया. साथ ही उन्होंने बजट की तैयारियों को तेज करने का निर्देश दिया. उन्होंने सभी मंत्रियों को एक सप्ताह के अंदर अपने-अपने विभाग से जुड़ी प्राथमिकताएं तय करने को कहा है.
पहली बार दिल्ली का बजट पेश करेंगी वित्त मंत्री आतिशी: आगामी वित्तीय वर्ष का बजट वित्त मंत्री आतिशी पेश करेंगी. केजरीवाल सरकार का यह 10वां बजट होगा. इससे पहले 2023-24 का बजट 'साफ-सुंदर और आधुनिक' दिल्ली थीम पर आधारित था. जिसे तत्कालीन वित्त मंत्री कैलाश गहलोत ने पेश किया था. 2023-24 का बजट 78,800 करोड़ रुपए का था. जबकि 2015 में दिल्ली का बजट महज 30,940 करोड़ रुपए का ही था. यह बजट दिल्ली में रहने वाले हर तबके को ध्यान में रख कर बनाया गया था.
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उस बजट में सड़कों के सौंदर्यीकरण, फ्लाईओवर, इलेक्टिक बसें, बस डिपों का विद्युतीकरण, बस सेल्टर, कूड़े का पहाड़ खत्म करने समेत अन्य मुद्दों पर फोकस किया गया था. दिल्ली के इंफ्रास्ट्रक्चर पर 21 हजार करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया था. केजरीवाल सरकार ने अपने नागरिकों को कई मुफ्त सहूलियतें देने के बाद भी फायदे का बजट पेश किया था और चालू वित्तीय वर्ष में ये सभी मुफ्त सुविधाएं जारी है.