ETV Bharat / state

राष्ट्रपति चुनाव : दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष ने वोट की वैल्यू को लेकर उठाए सवाल

राष्ट्रपति चुनाव में विधायकों व जनप्रतिनिधियों के वोटों के वैल्यू पर दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल ने सवाल उठाए हैं. राम निवास गोयल ने चुनाव पैटर्न पर सवाल उठाते हुए कहा कि दिल्ली के एक विधायक व जनप्रतिनिधि के वोट की वैल्यू साल 1971 की जनगणना पर आधारित है, जिसमें संशोधन किया जाना चाहिए.

Value of votes of Delhi Assembly
Value of votes of Delhi Assembly
author img

By

Published : Jul 18, 2022, 2:32 PM IST

नई दिल्ली: राष्ट्रपति चुनाव के लिए पूरे देश में वोटिंग चल रही है. इस बीच दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष राम निवास गोयल ने चुनाव जिस पैटर्न पर अभी तक कराया जा रहा है उस पर सवाल उठाए हैं. उनका कहना है कि दिल्ली के एक विधायक व जनप्रतिनिधि के वोट की जो वैल्यू है, वह वर्ष 1971 की जनगणना पर आधारित है. इसमें अब संशोधन किया जाना चाहिए. कम से कम 2011 की जनगणना को ही आधार बनाते हुए जनप्रतिनिधियों के वोट का वैल्यू तय होना चाहिए था. यह लोकतंत्र के लिए एक सोचनीय विषय है.

सोमवार को दिल्ली विधानसभा में भी राष्ट्रपति चुनाव के लिए सुबह 10 बजे से वोटिंग चल रही है. दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया समेत अन्य विधायक अभी तक अपना वोट डाल चुके हैं. बीजेपी के सभी आठों विधायक एक साथ विधानसभा पहुंचे और उन्होंने अपने मतदान के अधिकार का इस्तेमाल किया. दोपहर 12 बजे के करीब मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी अपना वोट डाला.

दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष ने वोट की वैल्यू को लेकर उठाए सवाल

इसी क्रम में दिल्ली विधानसभा में हो रहे राष्ट्रपति चुनाव की वोटिंग को लेकर विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने कहा कि "राष्ट्रपति चुनाव में सीधे तौर पर किसी भी राज्य के विधानसभा का कोई रोल नहीं होता. विधानसभा व अध्यक्ष की भूमिका इतनी होती है कि विधान सभा परिसर में जहां वोटिंग हो वह जगह उपलब्ध कराए, मतदान पेटी की सुरक्षा सुनिश्चित करना तथा मतदान में जो कर्मचारी, अधिकारी की जरूरत हो, वह उपलब्ध कराना. बाकी दिल्ली के तमाम विधायक, लोकसभा व राज्यसभा के सदस्य यहां आकर अपना वोट डालते हैं."

उन्होंने कहा कि, "दिल्ली में 70 विधायक, 7 लोकसभा सदस्य और 3 राज्यसभा सदस्य हैं. कुल 80 वोट यहां जनप्रतिनिधि अपना डाल सकते हैं और दिल्ली में एक जनप्रतिनिधि की वोट की वैल्यू 58 मानी जाती है. जो कि 1971 की जनगणना पर आधारित है. यह ठीक नहीं है. सरकार को इस संबंध में जरूर नई जनसंख्या को आधार बनाते हुए अपडेट करना चाहिए. 1971 के बाद हर राज्यों में नए विधानसभा क्षेत्र बने, नए लोकसभा क्षेत्र बना जनसंख्या बढ़ी, लेकिन राष्ट्रपति चुनाव जो आज हो रहा है उसमें जनप्रतिनिधियों की वोट की वैल्यू होती है वह 1971 के जनसंख्या पर ही आधारित है."

बता दें कि दिल्ली में फिलहाल 70 विधायक हैं. यहां एक विधायक के वोट की वैल्यू 58 है. इस प्रकार फिलहाल दिल्ली के वोटों की वैल्यू 4060 होगी. आम आदमी पार्टी के 62 विधायकों ने विपक्ष की उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को समर्थन देन का ऐलान किया है. जबकि 8 विधायक बीजेपी के हैं.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत एप

नई दिल्ली: राष्ट्रपति चुनाव के लिए पूरे देश में वोटिंग चल रही है. इस बीच दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष राम निवास गोयल ने चुनाव जिस पैटर्न पर अभी तक कराया जा रहा है उस पर सवाल उठाए हैं. उनका कहना है कि दिल्ली के एक विधायक व जनप्रतिनिधि के वोट की जो वैल्यू है, वह वर्ष 1971 की जनगणना पर आधारित है. इसमें अब संशोधन किया जाना चाहिए. कम से कम 2011 की जनगणना को ही आधार बनाते हुए जनप्रतिनिधियों के वोट का वैल्यू तय होना चाहिए था. यह लोकतंत्र के लिए एक सोचनीय विषय है.

सोमवार को दिल्ली विधानसभा में भी राष्ट्रपति चुनाव के लिए सुबह 10 बजे से वोटिंग चल रही है. दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया समेत अन्य विधायक अभी तक अपना वोट डाल चुके हैं. बीजेपी के सभी आठों विधायक एक साथ विधानसभा पहुंचे और उन्होंने अपने मतदान के अधिकार का इस्तेमाल किया. दोपहर 12 बजे के करीब मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी अपना वोट डाला.

दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष ने वोट की वैल्यू को लेकर उठाए सवाल

इसी क्रम में दिल्ली विधानसभा में हो रहे राष्ट्रपति चुनाव की वोटिंग को लेकर विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने कहा कि "राष्ट्रपति चुनाव में सीधे तौर पर किसी भी राज्य के विधानसभा का कोई रोल नहीं होता. विधानसभा व अध्यक्ष की भूमिका इतनी होती है कि विधान सभा परिसर में जहां वोटिंग हो वह जगह उपलब्ध कराए, मतदान पेटी की सुरक्षा सुनिश्चित करना तथा मतदान में जो कर्मचारी, अधिकारी की जरूरत हो, वह उपलब्ध कराना. बाकी दिल्ली के तमाम विधायक, लोकसभा व राज्यसभा के सदस्य यहां आकर अपना वोट डालते हैं."

उन्होंने कहा कि, "दिल्ली में 70 विधायक, 7 लोकसभा सदस्य और 3 राज्यसभा सदस्य हैं. कुल 80 वोट यहां जनप्रतिनिधि अपना डाल सकते हैं और दिल्ली में एक जनप्रतिनिधि की वोट की वैल्यू 58 मानी जाती है. जो कि 1971 की जनगणना पर आधारित है. यह ठीक नहीं है. सरकार को इस संबंध में जरूर नई जनसंख्या को आधार बनाते हुए अपडेट करना चाहिए. 1971 के बाद हर राज्यों में नए विधानसभा क्षेत्र बने, नए लोकसभा क्षेत्र बना जनसंख्या बढ़ी, लेकिन राष्ट्रपति चुनाव जो आज हो रहा है उसमें जनप्रतिनिधियों की वोट की वैल्यू होती है वह 1971 के जनसंख्या पर ही आधारित है."

बता दें कि दिल्ली में फिलहाल 70 विधायक हैं. यहां एक विधायक के वोट की वैल्यू 58 है. इस प्रकार फिलहाल दिल्ली के वोटों की वैल्यू 4060 होगी. आम आदमी पार्टी के 62 विधायकों ने विपक्ष की उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को समर्थन देन का ऐलान किया है. जबकि 8 विधायक बीजेपी के हैं.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत एप

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.