नई दिल्ली : दिल्ली महिला आयोग ने नरेला में रहने वाली तीन नाबालिग बच्चियों को देह व्यापार और मानव तस्करी के रैकेट से मुक्त करवाया है. तीन बच्चियों में से एक लड़की रेशमा (नाम बदला गया) ने 181 पर कॉल करके बताया कि हलीमा नाम की महिला, जो गांजे का व्यापार करती है उसने उसे बहकाया कि वो उसे काम दिलवाएगी और काम के बहाने उसने उसे जिस्मफरोशी के व्यापार में झोंक दिया.
रेशमा ने बताया कि एक दिन हलीमा उसे घुमाने के बहाने जंगल में ले गई और वहां जबरन कुछ लड़कों के साथ उसे संबंध बनाने को कहा. मना करने पर उसे जान से मारने की धमकी दी. रेशमा ने बताया कि हलीमा इसी तरह गरीब बच्चियों को निशाना बनाती है और उनसे जबरन देह व्यापार करवाती है.
रेशमा से कई बार इसी तरह जंगल में ले जाकर ज़बरदस्ती जिस्मफरोशी करवाई गई. आयोग की टीम रेशमा से पुलिस चौकी के पास मिलने पहुंची तो वहां टीम ने पाया कि रेशमा के साथ 2 नाबालिग लड़कियां और मौजूद थीं. बात करने पर पता लगा कि उन दोनों बच्चियों को भी इसी तरह हलीमा द्वारा फंसाया गया था और वो किसी तरह वहां से बचकर निकली थी. इन तीनों लड़कियों का परिवार बेहद गरीब है.
हिमाचल से दिल्ली लायी गयी 10 लाख की चरस बरामद, तस्कर गिरफ्तार
दिल्ली महिला आयोग की टीम ने मामले में एक्शन लेते हुए एसीपी के साथ मिलकर मामले में कार्रवाई शुरू की. बच्चियों ने बताया कि उनमें से एक लड़की की उम्र 15 वर्ष है तो वहीं दो की उम्र 14 साल है. आयोग की टीम ने एसीपी के साथ मिलकर बच्चियों द्वारा बताई गई जगह पर छापेमारी की, लेकिन जब तक टीम वहां पहुंची तब तक आरोपी हलीमा वहां से फरार हो चुकी थी. आयोग ने मामले में सेक्शन 506/363/366(A)/368/370(A)/376D/34 IPC के तहत FIR दर्ज करवाई.
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने देश के पहले स्मॉग टॉवर का उद्घाटन किया
आयोग की टीम ने बच्चियों को बाल कल्याण समिति के सामने प्रस्तुत किया, जिसके बाद समिति ने उन्हें एक शेल्टर होम में रखवाया. दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालिवाल ने पुलिस को नोटिस जारी करके आरोपी को तुरंत गिरफ्तार करने के लिए कहा है.
इसको लेकर आयोग की अध्यक्षा स्वाति मालीवाल ने कहा कि हमारी टीम ने इस मामले में मुस्तैदी दिखाते हुए बच्चियों को रेस्क्यू करवाया. छोटी छोटी बच्चियों को पैसे का लालच देकर जिस्मफरोशी में धकेला जा रहा था. मामले में पुलिस ने FIR दर्ज कर ली है. मैं आशा करती हूं जल्द आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा. दिल्ली महिला आयोग ऐसे ही मुस्तैदी से महिलाओं और बच्चों की रक्षा करते रहेगा.