नई दिल्ली: दिल्ली महिला आयोग ने दिल्ली विश्वविद्यालय के इंद्रप्रस्थ महिला कॉलेज में हाल में ही कॉलेज फेस्ट के दौरान छात्राओं के साथ हुई छेड़छाड़ और कॉलेज में छात्रों द्वारा घुसकर किए गए हंगामे को लेकर डीयू कुलसचिव को समन जारी किया है. महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने दिल्ली पुलिस और दिल्ली विश्वविद्यालय के अधिकारियों को उन गाइडलाइंस और सिस्टम के साथ पेश होने के लिए समन भेजा है, जो उन्होंने यह सुनिश्चित करने के लिए बनाए हैं कि ऐसे मामले भविष्य में कभी नहीं होंगे.
दिल्ली महिला आयोग ने इंद्रप्रस्थ कॉलेज में फेस्ट के दौरान और मिरांडा हाउस कॉलेज में दिवाली उत्सव के दौरान लड़कियों के साथ यौन उत्पीड़न की घटनाओं के बाद यह कदम उठाया है. इन मौकों पर कुछ लड़के जबरदस्ती दीवार फांदकर कॉलेज कैंपस में घुस आए थे और लड़कियों के साथ छेड़छाड़ की थी. लड़कों के दीवार फांदकर कैंपस में घुसने की वीडियो भी सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुई थी और छात्राओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठे थे. इसके अलावा आयोग की ओर से दिल्ली पुलिस को भी नोटिस भेजकर कार्रवाई की जानकारी मांगी गई है.
-
DCW launches an enquiry into repeated cases of sexual harassment with girls during college fests, summons Delhi Police and Delhi University officials to appear before the commission with details of guidelines and systems that they have built to ensure such cases will never happen… pic.twitter.com/aR5xIrtPf9
— ANI (@ANI) April 3, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">DCW launches an enquiry into repeated cases of sexual harassment with girls during college fests, summons Delhi Police and Delhi University officials to appear before the commission with details of guidelines and systems that they have built to ensure such cases will never happen… pic.twitter.com/aR5xIrtPf9
— ANI (@ANI) April 3, 2023DCW launches an enquiry into repeated cases of sexual harassment with girls during college fests, summons Delhi Police and Delhi University officials to appear before the commission with details of guidelines and systems that they have built to ensure such cases will never happen… pic.twitter.com/aR5xIrtPf9
— ANI (@ANI) April 3, 2023
ये भी पढ़ें : Vande Bharat Express: दिल्ली से भोपाल के लिए चली वंदे भारत एक्सप्रेस, जानें क्या है इसकी खासियत
इस मामले में पुलिस की तरफ से आइपी कॉलेज की भी कुछ छात्रों को हिरासत में लिया गया था. जिससे कॉलेज की अन्य छात्राओं ने पुलिस पर दोषियों के बजाय पीड़ितों पर कार्रवाई करने का आरोप लगाते हुए जोरदार विरोध प्रदर्शन किया था. यह प्रदर्शन 29 मार्च को दोषी छात्रों पर कार्रवाई करने के लिए वामपंथी छात्र संगठनों ऑल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन (आईसा) और स्टूडेंट फेडरेशन आफ इंडिया (एसएफआई) द्वारा किया गया था, जिसमें छात्रों ने दिल्ली पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ नारेबाजी की.
आईपी कॉलेज की छात्राओं ने कॉलेज प्राचार्य प्रोफ़ेसर पूनम कुमरिया पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए उनके इस्तीफे की मांग की है. सोमवार को भी कॉलेज की छात्राओं द्वारा डीयू के अन्य कॉलेजों के छात्र-छात्राओं से उनके साथ खड़े होने की मांग करते हुए एक मार्च का आयोजन किया गया है. कॉलेज की छात्राओं का आरोप है कि पुलिस उन्हीं सब छात्राओं पर कार्रवाई कर रही है, जिनका शोषण हुआ है. बल्कि शोषण करने वालों पर कोई कारवाई नहीं की जा रही है.
ये भी पढ़ें : Dumping Yard in Wazirabad: यमुना घाट पर बनाया पूजा सामग्री डंपिंग यार्ड, नदी को साफ रखने में करेगा मदद