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आजकल चल रहे तनाव के माहौल में सिख धर्म है प्रेरणा: दलेर मेहंदी - गुरु नानक देव

पंजाबी गायक दलेर मेहंदी नेशनल म्यूजियम में गुरु नानक देव के जीवन पर आधारित प्रदर्शनी में पहुंचे थे. उन्होंने कहा कि देश में चल रहे तनाव भरे माहौल में बहुत जरूरी है कि गुरु नानक देव की शिक्षाओं को जीवन में उतारा जाए.

Daler Mehndi in National Museum
दलेर मेहंदी
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Published : Feb 2, 2020, 1:13 AM IST

Updated : Feb 2, 2020, 4:42 AM IST

नई दिल्ली: नेशनल म्यूजियम में गुरु नानक देव जी के जीवन पर आधारित प्रदर्शनी के मौके पर पंजाबी गायक दलेर मेहंदी भी पहुंचे थे. यहां दर्शाई गई सभी वस्तुएं गुरु नानक देव जी के जीवन से जुड़ी थी और उनके विचारों को प्रस्तुत कर रही थी. इस दौरान मशहूर पंजाबी गायक दलेर मेहंदी ने कहा कि देशभर में इन दिनों चल रहे तनाव और अराजकता की स्थिति में जरूरत है एक ऐसे मार्गदर्शन की, जिससे लोग प्रेम और सौहार्द से रह सकें.

'गुरु नानक देव की शिक्षाओं को जीवन में उतारा जाए'

उन्होंने कहा कि आज के समय में देश में धर्म के नाम पर जो अराजकता फैली है उसमें जरूरी है कि गुरु नानक देव जी की सीख अपनाई जाए जो सभी धर्मों का सम्मान करना सिखाती है और बताती है कि हम सबसे पहले इंसान हैं और बाकी धर्म या जाति सब बाद में आते हैं.

गुरुनानक जी की सीख है प्रेरणा

आज की युवा पीढ़ी को देश का भविष्य कहा जाता है, लेकिन ये युवा पीढ़ी आपसी असहमति और विभिन्न दृष्टिकोणों के चलते एकजुट होने के बजाय विभाजित हो रही है. ऐसे में देश किस ओर जा रहा है ये चिंता का विषय बनता जा रहा है. वहीं इस स्थिति पर अपनी राय देते हुए मशहूर पंजाबी गायक दलेर मेहंदी ने कहा-

समाज में जो स्थिति बिगड़ती जा रही है इसको देखते हुए जरूरी है कि गुरु नानक देव जी की सीख को जीवन में उतारा जाए. गुरु नानक देव जी ने हमेशा यही सिखाया है कि हम सबसे पहले इंसान हैं, उसके बाद हिंदू या मुस्लिम. इसीलिए जो हमारा पहला धर्म है वो इंसानियत का है. आज हर कोई स्वार्थी होकर केवल अपने लिए सोचता है, लेकिन अब हमें गुरु नानक देव जी की सीख अपनानी चाहिए, जो कहते हैं कि खुद से पहले दूसरे का हित सोचो.

धर्म के नाम पर दो समुदायों की लड़ाई से देश और समाज पतन की ओर ही जाते हैं. दलेर कहते हैं कि सिख धर्म में आज भी बिना किसी जात-पात या धर्म का भेद किए मानवता की सेवा की जाती है, जिसकी इस समाज में बहुत आवश्यकता है.

उन्होंने कहा कि आपस में धर्म के नाम पर लड़ने के बजाय यदि हर कोई पर्यावरण संरक्षण की ओर ध्यान दे तो केवल देश ही नहीं बल्कि इस पृथ्वी को भी सुंदर बनाया जा सकता है.

नई दिल्ली: नेशनल म्यूजियम में गुरु नानक देव जी के जीवन पर आधारित प्रदर्शनी के मौके पर पंजाबी गायक दलेर मेहंदी भी पहुंचे थे. यहां दर्शाई गई सभी वस्तुएं गुरु नानक देव जी के जीवन से जुड़ी थी और उनके विचारों को प्रस्तुत कर रही थी. इस दौरान मशहूर पंजाबी गायक दलेर मेहंदी ने कहा कि देशभर में इन दिनों चल रहे तनाव और अराजकता की स्थिति में जरूरत है एक ऐसे मार्गदर्शन की, जिससे लोग प्रेम और सौहार्द से रह सकें.

'गुरु नानक देव की शिक्षाओं को जीवन में उतारा जाए'

उन्होंने कहा कि आज के समय में देश में धर्म के नाम पर जो अराजकता फैली है उसमें जरूरी है कि गुरु नानक देव जी की सीख अपनाई जाए जो सभी धर्मों का सम्मान करना सिखाती है और बताती है कि हम सबसे पहले इंसान हैं और बाकी धर्म या जाति सब बाद में आते हैं.

गुरुनानक जी की सीख है प्रेरणा

आज की युवा पीढ़ी को देश का भविष्य कहा जाता है, लेकिन ये युवा पीढ़ी आपसी असहमति और विभिन्न दृष्टिकोणों के चलते एकजुट होने के बजाय विभाजित हो रही है. ऐसे में देश किस ओर जा रहा है ये चिंता का विषय बनता जा रहा है. वहीं इस स्थिति पर अपनी राय देते हुए मशहूर पंजाबी गायक दलेर मेहंदी ने कहा-

समाज में जो स्थिति बिगड़ती जा रही है इसको देखते हुए जरूरी है कि गुरु नानक देव जी की सीख को जीवन में उतारा जाए. गुरु नानक देव जी ने हमेशा यही सिखाया है कि हम सबसे पहले इंसान हैं, उसके बाद हिंदू या मुस्लिम. इसीलिए जो हमारा पहला धर्म है वो इंसानियत का है. आज हर कोई स्वार्थी होकर केवल अपने लिए सोचता है, लेकिन अब हमें गुरु नानक देव जी की सीख अपनानी चाहिए, जो कहते हैं कि खुद से पहले दूसरे का हित सोचो.

धर्म के नाम पर दो समुदायों की लड़ाई से देश और समाज पतन की ओर ही जाते हैं. दलेर कहते हैं कि सिख धर्म में आज भी बिना किसी जात-पात या धर्म का भेद किए मानवता की सेवा की जाती है, जिसकी इस समाज में बहुत आवश्यकता है.

उन्होंने कहा कि आपस में धर्म के नाम पर लड़ने के बजाय यदि हर कोई पर्यावरण संरक्षण की ओर ध्यान दे तो केवल देश ही नहीं बल्कि इस पृथ्वी को भी सुंदर बनाया जा सकता है.

Intro:नई दिल्ली ।

देशभर में इन दिनों चल रहे तनाव और अराजकता की स्थिति में जरूरत है एक ऐसे मार्गदर्शन की जिससे लोग आपस में बैर भावना बुलाकर प्रेम और सौहार्द से रह सकें. इसी का उदाहरण देता है सिख धर्म. ये कहना है मशहूर पंजाबी गायक दलेर मेहंदी का. उन्होंने कहा कि आज के समय में देश में धर्म के नाम पर जो अराजकता फैली है उसमें जरूरी है कि गुरु नानक देव जी की सीख अपनाई जाए जो सभी धर्मों का सम्मान करना सिखाती है और बताती है कि हम सबसे पहले इंसान हैं और बाकी धर्म या जाति सब बाद में आते हैं.



Body:गुरुनानक देव जी की सीख आज के समाज के लिए प्रेरणा

आज की युवा पीढ़ी को देश का भविष्य कहा जाता है लेकिन यह युवा पीढ़ी आपसी असहमति और विभिन्न दृष्टिकोण के चलते एकजुट होने के बजाय विभाजित हो रही है. ऐसे में देश किस ओर जा रहा है यह चिंता का विषय बनता जा रहा है. वहीं इस स्थिति पर अपनी राय देते हुए मशहूर पंजाबी गायक दलेर मेहंदी ने कहा की समाज में जो स्थिति बिगड़ती जा रही है इसको देखते हुए जरूरी है कि गुरु नानक देव जी की सीख को जीवन में उतारा जाए. उन्होंने कहा कि गुरु नानक देव जी ने हमेशा यही सिखाया है कि हम सबसे पहले इंसान हैं उसके बाद हिंदू या मुस्लिम. इसीलिए जो हमारा पहला धर्म है वह इंसानियत का है. उन्होंने बताया कि आज हर कोई स्वार्थी होकर केवल अपने लिए सोचता है लेकिन अब हमें गुरु नानक देवजी का फलसफा अपनाना चाहिए जो कहते हैं कि खुद से पहले दूसरे का हित सोचो.

आपस में लड़ने के बजाए पर्यावरण संगरक्षण पर दें ध्यान: दलेर मेहंदी

धर्म के नाम पर दो समुदाय की लड़ाई से देश और समाज पतन की ओर ही जाते हैं. दलेर कहते हैं कि सिख धर्म में आज भी बिना किसी जात पात या धर्म का भेद किए मानवता की सेवा की जाती है जिसकी इस समाज में बहुत आवश्यकता है. वहीं उन्होंने कहा कि आपस में धर्म के नाम पर लड़ने के बजाय यदि हर कोई पर्यावरण संरक्षण की ओर ध्यान दें तो केवल देश ही नहीं बल्कि इस पृथ्वी को भी सुंदर बनाया जा सकता है.


Conclusion:बता दें कि दलेर मेहंदी नेशनल म्यूजियम में गुरु नानक देव जी के जीवन पर आधारित प्रदर्शनी के मौके पर पहुंचे थे जहां दर्शाई गई सभी वस्तुएं गुरु नानक देव जी के जीवन से जुड़ी थी और उनके विचारों को प्रस्तुत कर रही थी.
Last Updated : Feb 2, 2020, 4:42 AM IST
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