नई दिल्ली: देशभर में बच्चों के साथ बढ़ती यौन शोषण की घटनाओं को लेकर बाल कल्याण समिति ने चिंता जाहिर की है. इसे लेकर सख्त कदम उठाए जाने की बात कही है. सीडब्ल्यूसी के चेयरपर्सन केसी वरमानी ने ईटीवी भारत को बताया कि देशभर में छोटे बच्चों के साथ जघन्य अपराध की घटनाएं बढ़ रही है.
सीडब्ल्यूसी के चेयरपर्सन ने कहा कि ऐसी घटनाओं पर सभी समुदाय के लोगों और प्रशासन को सख्त कदम उठाने की जरूरत है और मिलकर काम करने की जरूरत है. सीडब्ल्यूसी भी ऐसे मामलों पर कड़ी नजर बनाए हुआ है और कार्रवाई कर रहा है.
पीड़ित बच्चे के माता-पिता करें उसकी मदद
सीडब्ल्यूसी के चेयरपर्सन वरमानी का कहना था कि जब किसी बच्चे के साथ यौन शोषण जैसी घटना होती है तो उस बच्चे का जीवन पूरी तरीके से प्रभावित होता है. इसके लिए जरूरी है कि पीड़ित बच्चे के माता-पिता और उससे जुड़े लोग उस स्थिति से उसे बाहर निकालने में उसकी मदद करें इसके साथ ही जल्द से जल्द बच्चे को उसके सामान्य जीवन में लाने की कोशिश की जाए.
2 दिन के भीतर बच्चे का हो स्कूल में दाखिला
सीडब्ल्यूसी के चेयर पर्सन से जब हमने पीड़ित बच्चे के दोबारा से स्कूल में दाखिले में आने वाली परेशानी को लेकर सवाल किया तो, उनका कहना था कि इसे लेकर सीडब्ल्यूसी स्कूलों को निर्देश जारी करता है कि बच्चे का दाखिला 2 दिन के अंदर स्कूल में दिया जाए. इसके अलावा बच्चों को मिलने वाले मुआवजे की देरी पर उनका कहना था कि इसके लिए भी सीडब्ल्यूसी काम कर रहा है जिससे कि पीड़ित बच्चों को जल्द से जल्द मुआवजा मिल सके.
लोगों में जागरूकता की कमी
वहीं यौन शोषण और बच्चों के साथ दुष्कर्म की घटनाएं अधिकतर मजदूरों के बच्चों के साथ देखने को मिलती हैं. जिसे लेकर सीडब्ल्यूसी के चेयरपर्सन का कहना था कि क्योंकि ऐसे जगहों पर और इन लोगों के बीच जागरूकता की कमी होती है और बच्चे संवेदनशील इलाकों में घूमते हैं.
जिसके कारण बच्चों के साथ इस तरीके की घटनाओं को अंजाम दिया जाता है. इसके लिए सीडब्ल्यूसी जागरूकता अभियान चला रही है और लोगों के बीच जा जाकर उन्हें जागरूक किया जा रहा है.