नई दिल्ली: कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए देशव्यापी लॉकडाउन में जिस तरह लाखों लोगों का रोजगार छिन गया, उनके सामने अब रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है. ऐसे में इस बात का अंदेशा पहले से था कि ऐसे हालातों में झपटमारी, लूटपाट की घटनाएं बढ़ेंगी. यह अंदेशा सही साबित होने लगा है.
लॉकडाउन 4 में रिहायशी इलाकों में स्थित पार्कों में आम लोगों को जब घूमने-फिरने सुबह-शाम सैर करने की रियायत मिली तो धीरे-धीरे लोग सैर के लिए निकल रहे हैं. लेकिन अब उन्हें इस बात का डर सता रहा है कि कहीं यह सैर महंगी न पड़ जाए. बुधवार को रोहिणी सेक्टर-25 में रहने वाली सुमिता चौधरी के साथ कुछ ऐसा ही घटित हुआ. वह अपने पति रामानंद चौधरी के साथ सुबह सैर के लिए निकली थी. घर से चंद मीटर की दूरी पर वह पार्क में गई और वहां से जब लौट रही थी तब पीछे से तीन बदमाश बाइक पर आए और बदमाशों ने चाकू दिखाकर सुमिता के गले की चेन झपट ली.
जान से मारने की दी धमकी
बकौल सुमिता जब चिल्लाई तो बाइक सवार बदमाश थोड़ी आगे जाकर रुके और चाकू दिखाते हुए कहा कि चुपचाप घर लौट जाओ. अगर पीछा करने की कोशिश की तो जान से मार देंगे.
शिकायत वापस लेने का बना रही दबाव
महिला के पति रामानंद चौधरी का कहना है कि इस घटना के बाद उन्होंने पुलिस को सूचना दी. पुलिस आई तो वह दबाव देने लगी कि इसमे झपटमारी के मामले के रूप में ही शिकायत दर्ज कराई जाएगी. चाकू दिखाने और जान से मारने की धमकी आदि का वह अपनी शिकायत में जिक्र ना करें. लेकिन उन्होंने पुलिस की बात नहीं मानी. तो बाद में पुलिस अपने आला अधिकारी तथा कॉलोनी के रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन के जरिए मामले को वापस लेने का दबाव बना रही है. ऐसे में रामानंद चौधरी कहते हैं कि अभी लॉकडाउन चल रहा है, जगह-जगह पुलिस तैनात है. बैरिकेड लगे हुए हैं और इस तरह की झपटमारी की घटना वाकई हैरान करने वाला है.
बता दें कि लॉकडाउन के दौरान तकरीबन 2 महीने तक लोगों को बिना जरूरत बाहर नहीं निकलने के निर्देश थे. पार्क में ताला लगा था. तब इस दौरान झपटमारी और लूटपाट की घटनाएं भी कम हो रही थी. लेकिन अब जिस तरह धीरे-धीरे ढिलाई दी जा रही है और बेरोजगारों की संख्या बढ़ गई है, इस वारदात से लोग सकते में हैं.