नई दिल्ली: राजधानी में लॉकडाउन के चलते अपराध में बड़ी कमी देखने को मिल रही है. पुलिस की ओर से जारी किए गए आंकड़ों में सभी गंभीर अपराध कम हो गए हैं. हत्या से लेकर महिला अपराध तक में कमी देखने को मिल रही है. इसकी प्रमुख वजह सड़क पर पुलिस की मौजूदगी और अपराधियों में पकड़े जाने का डर है.
पिछले साल से कम हैं अपराध के आकंड़े
पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक राजधानी में होने वाले अधिकांश अपराध में 80 फीसदी की कमी दर्ज की गई है. साल 2019 में जहां एक से 15 अप्रैल के बीच हत्या की 19 वारदातें हुई थीं. तो वहीं साल 2012 की इस अवधि में हत्या की चार वारदातें हुई हैं. जबरन उगही की 8 वारदातें बीते साल इस अवधि में हुई थी. जबकि इस साल एक से 15 अप्रैल के बीच ऐसी कोई वारदात नहीं हुई है. लूट की घटनाएं 84 के मुकाबले 32 जबकि झपटमारी की वारदातें 321 की जगह 68 हुई हैं.
महिला अपराधों में भी आई कमी
पुलिस के मुताबिक इस अवधि के दौरान महिलाओं पर होने वाले अपराध में भी कमी आई हैं. साल 2019 में जहां एक से 15 अप्रैल के बीच दुष्कर्म की 93 वारदातें हुई थीं. तो वहीं साल 2020 की इस अवधि में दुष्कर्म के 21 मामले दर्ज हुए हैं. इसी तरह छेड़छाड़ की घटनाओं में भी कमी आई है. साल 2019 में एक से 15 अप्रैल के बीच छेड़छाड़ की 133 घटनाएं हुई थीं. जबकि साल 2020 की इस अवधि में छेड़छाड़ की 31 घटनाएं हुई हैं. सड़क हादसे में मौत के मामले इस अवधि में 38 की जगह 9 हुए हैं.
अपराध | 2019 | 2020 |
हत्या | 19 | 4 |
हत्या प्रयास | 23 | 8 |
लूट | 84 | 32 |
दुष्कर्म | 93 | 21 |
जबरन उगाही | 8 | 0 |
झपटमारी | 321 | 68 |
वाहन चोरी | 1816 | 344 |
छेड़छाड़ | 133 | 31 |
सड़क हादसे में मौत | 38 | 9 |
सभी आंकड़े 1 से 15 अप्रैल के बीच के हैं.