ETV Bharat / state

कोरोना संक्रमित आसाराम जोधपुर AIIMS में शिफ्ट, तबीयत स्थिर

जोधपुर जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहे कोरोना संक्रमित आसाराम को शुक्रवार देर रात महात्मा गांधी अस्पताल से एम्स में शिफ्ट किया गया. आसाराम की तबीयत स्थिर बनी हुई है. उन्हें बेहतर इलाज के लिए अपेक्षा सुरक्षा कारणों से एम्स भेजा गया है.

Corona infected Asaram Shift to Jodhpur AIIMS
कोरोना संक्रमित आसाराम जोधपुर AIIMS में शिफ्ट
author img

By

Published : May 8, 2021, 3:32 AM IST

नई दिल्ली/जोधपुर. आसाराम के समर्थक उसे कोरोना उपचार के लिए एम्स में शिफ्ट करवाने में कामयाब हो गए. खास बात यह है, आम आदमी के लिए एम्स में हमेशा 'नो बेड' की बात कही जाती है. लेकिन आसाराम के लिए बेड उपलब्ध करवा दिया गया.

कोरोना संक्रमित आसाराम जोधपुर AIIMS में शिफ्ट

बता दें कि आसाराम को महात्मा गांधी अस्पताल से शुक्रवार देर रात को पुलिस सुरक्षा के साथ जोधपुर एम्स में शिफ्ट किया गया. जहां आपातकालीन इकाई में आसाराम को भर्ती कर उसके बाद कोविड वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया. आसाराम के समर्थक बुधवार रात को उसकी पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद महात्मा गांधी अस्पताल उसे लाने के साथ ही एम्स ले जाने की मांग कर रहे थे. पूर्व में आसाराम के उपचार को लेकर सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट की ओर से दी गई व्यवस्थाओं के आधार पर लगातार दो दिन मशक्कत करने के बाद आखिरकार शुक्रवार को जेल प्रशासन से समर्थक एम्स में शिफ्ट करवाने के आदेश ले आए.

हालांकि, इससे पहले एक बार करवट स्थित आयुर्वेद विश्वविद्यालय में भी भेजने की अनुमति दी गई. लेकिन एमजीएस के डॉक्टरों ने इसके लिए मना कर दिया. क्योंकि वहां पर कॉल सेंटर नहीं है. महात्मा गांधी अस्पताल के अधीक्षक डॉ. राजश्री बेहरा ने बताया, आसाराम जब आए थे. उस दौरान उनका सैचुरेशन 92 था और आज ऑक्सीजन मास्क के साथ 96 आ रहा है. उन्होंने खुद एम्स शिफ्ट होने की मांग की थी.

गौरतलब है, 84 साल के आसाराम के समर्थकों का कहना है, इस उम्र में आसाराम को उपचार के दौरान सुविधाओं की आवश्यकता होती है, जो एमजीएच में नहीं है. आसाराम की शिफ्टिंग के दौरान भी कई समर्थक चोरी छिपे अस्पताल तक पहुंच गए. सम्भवतः एक सप्ताह से ज्यादा समय तक आसाराम एम्स में रहेगा.

यह भी पढ़ेंः-जेल में बंद आसाराम बापू कोरोना पॉजिटिव, ICU में भर्ती

नई दिल्ली/जोधपुर. आसाराम के समर्थक उसे कोरोना उपचार के लिए एम्स में शिफ्ट करवाने में कामयाब हो गए. खास बात यह है, आम आदमी के लिए एम्स में हमेशा 'नो बेड' की बात कही जाती है. लेकिन आसाराम के लिए बेड उपलब्ध करवा दिया गया.

कोरोना संक्रमित आसाराम जोधपुर AIIMS में शिफ्ट

बता दें कि आसाराम को महात्मा गांधी अस्पताल से शुक्रवार देर रात को पुलिस सुरक्षा के साथ जोधपुर एम्स में शिफ्ट किया गया. जहां आपातकालीन इकाई में आसाराम को भर्ती कर उसके बाद कोविड वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया. आसाराम के समर्थक बुधवार रात को उसकी पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद महात्मा गांधी अस्पताल उसे लाने के साथ ही एम्स ले जाने की मांग कर रहे थे. पूर्व में आसाराम के उपचार को लेकर सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट की ओर से दी गई व्यवस्थाओं के आधार पर लगातार दो दिन मशक्कत करने के बाद आखिरकार शुक्रवार को जेल प्रशासन से समर्थक एम्स में शिफ्ट करवाने के आदेश ले आए.

हालांकि, इससे पहले एक बार करवट स्थित आयुर्वेद विश्वविद्यालय में भी भेजने की अनुमति दी गई. लेकिन एमजीएस के डॉक्टरों ने इसके लिए मना कर दिया. क्योंकि वहां पर कॉल सेंटर नहीं है. महात्मा गांधी अस्पताल के अधीक्षक डॉ. राजश्री बेहरा ने बताया, आसाराम जब आए थे. उस दौरान उनका सैचुरेशन 92 था और आज ऑक्सीजन मास्क के साथ 96 आ रहा है. उन्होंने खुद एम्स शिफ्ट होने की मांग की थी.

गौरतलब है, 84 साल के आसाराम के समर्थकों का कहना है, इस उम्र में आसाराम को उपचार के दौरान सुविधाओं की आवश्यकता होती है, जो एमजीएच में नहीं है. आसाराम की शिफ्टिंग के दौरान भी कई समर्थक चोरी छिपे अस्पताल तक पहुंच गए. सम्भवतः एक सप्ताह से ज्यादा समय तक आसाराम एम्स में रहेगा.

यह भी पढ़ेंः-जेल में बंद आसाराम बापू कोरोना पॉजिटिव, ICU में भर्ती

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.