नई दिल्ली: दिल्ली यूनिवर्सिटी (डीयू) में मंगलवार को डेनमार्क के कोपेनहेगन विश्वविद्यालय से आए प्रतिनिधिमंडल ने डीयू वीसी प्रोफेसर योगेश सिंह की मौजूदगी में जलवायु परिवर्तन, पर्यावरण और स्थिरता, स्वास्थ्य एवं जीवन विज्ञान, बुनियादी विज्ञान, खाद्य एवं कृषि, डेयरी एवं पशु चिकित्सा विज्ञान तथा आर्थिक कानून और मानविकी विभाग के अध्यक्षों से समस्याओं और समाधान को लेकर चर्चा की.
साथ ही प्रो. योगेश सिंह की अध्यक्षता में तमाम विभाग के अध्यक्षों से जलवायु परिवर्तन जैसे गंभीर मुद्दों पर जानकारी का आदान प्रदान किया. प्रो. योगेश सिंह ने कहा कि दुनिया के इतने पुराने कोपेनहेगन विश्वविद्यालय के साथ संबंध होना दिल्ली विश्वविद्यालय के लिए गर्व की बात है. दोनों विश्वविद्यालयों के बीच यह संबंध, अंतरराष्ट्रीय विद्यार्थियों के लिए बहुत लाभकारी सिद्ध होगा. डीयू जल्द ज्वाइंट डिग्री, डूअल डिग्री और ज्वाइंट रिसर्च प्रोग्राम शुरू करने वाला है, जिसके अंतर्गत अब अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों को भी काफी फायदा मिल सकता है. वहीं, कोपेनहेगन विश्वविद्यालय के रेक्टर हेनरिक वेगेनर ने कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय जैसे भारत के सम्मानित संस्थान के साथ साझा बैठक हमारे लिए खुशी की बात है.
उन्होंने कोपेनहेगन विश्वविद्यालय के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि उनका विश्वविद्यालय यूरोप में आठवें स्थान पर है. विश्वविद्यालय में कुल अकादमिक स्टाफ का 36 प्रतिशत विदेशी शिक्षक हैं और विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों, रिसर्चर्स और नए ग्रेजुएटों द्वारा प्रति वर्ष 186 कंपनियां बनाई जाती है. इस प्रकार दिल्ली यूनिवर्सिटी और डेनमार्क की कोपेनहेगन यूनिवर्सिटी के संयुक्त बैठक से तमाम मुद्दों पर न केवल जानकारी का आदान प्रदान होगा, बल्कि वैश्विक स्तर पर इसके समाधान की योजना भी बन सकेगी.
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