नई दिल्ली: दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने राजधानी में काम कर रहे मजदूरों एवं कर्मचारियों के न्यूनतम वेतन के मुद्दे को दिल्ली सरकार के समक्ष उठाया और उचित कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि राजधानी में मजदूरों एवं कर्मचारियों को तय किए गए वेतन से कम पैसे मिल रहे हैं, जिस पर सरकार को ध्यान देने की जरूरत हैं.
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में स्किल्ड लेबर का न्यूनतम वेतन 20,357 रुपए हैं. वहीं, अनस्किल्ड लेबर का न्यूनतम वेतन 16,792 रुपए तय है. बावजूद उसके प्राइवेट नौकरी प्रदाता कंपनियां दिल्ली सरकार के जॉब पोर्टल का खुला दुरुपयोग कर कंस्ट्रक्शन लेबर से लेकर शैफ आदि के कामों के लिए केवल 11000 से 15000 तक पर नौकरी विज्ञापन देते हैं. उन्होंने कहा कि जब सरकारी जोब पोर्टल पर इतना कम वेतन प्रस्तावित किया जाता है, तो बाजार में मजदूरों का कितना उत्पीड़न होता होगा. इसकी भली-भांति कल्पना कर सकते हैं.
प्राइवेट कंपनियां कर रही लेबर का उत्पीड़न: बीजेपी प्रवक्ता ने मुख्यमंत्री से कहा है कि खुद दिल्ली सरकार को कॉन्ट्रैक्ट लेबर या कार्यालय कर्मचारी मुहैया करवा रही है. निजी कंपनियां भी लेबर का उत्पीड़न कर रही हैं. वह सरकार से तो प्रति व्यक्ति भुगतान तय मानकों के हिसाब से लेती हैं, लेकिन उन्हें भुगतान बहुत कम करते हैं.
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दिल्ली CM से एक्शन लेने की मांग: बीजेपी नेता ने केजरीवाल से इस संदर्भ में उचित कार्रवाई की मांग की है और कहा है कि सरकार अपने जॉब पोर्टल पर न्यूनतम वेतन से कम का जॉब विज्ञापन ना लगाने दें. इसके साथ अपने सभी कांट्रैक्ट कर्मियों के खाते में सीधा वेतन दे, ताकि उन्हें पूरा वेतन मिले. वहीं कांट्रैक्ट कंपनियों को सरकार प्रति कर्मी कमीशन अलग से दें.
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