नई दिल्ली/ नोएडा: नोएडा प्राधिकरण अपने कामों को लेकर कितना गंभीर है, इसका जीता जागता उदाहरण नोएडा के सेक्टर 41 से भंगेल तक बनने वाले एलिवेटेड रोड के निर्माण कार्य को देखकर कहा जा सकता है. 2020 में एलिवेटेड का कार्य शुरू हुआ और अब 2023 आ गया, लेकिन अभी तक काम पूरा नहीं हुआ है. बता दें कि एलिवेटेड का कार्य 2022 में ही पूरा होना था.
एलिवेटेड रोड के निर्माण का कार्य देखने वाले वर्क सर्किल के प्रभारी द्वारा लापरवाही सामने आई है, जिसे देखते हुए प्राधिकरण की सीईओ द्वारा उनको उनके पद से हटा दिया गया है. एलिवेटेड का कार्य ने एक बार फिर तेजी पकड़ी है, लेकिन कार्य कब तक पूर्ण होगा इस पर कोई बोलने वाला नहीं है. सेक्टर 41 से फ़ेस टू तक एलिवेटेड रोड बनाने की आवश्यकता जब पड़ी, तब बरौला, भंगेल सहित अन्य रास्तों पर लोगों को ज्यादा जाम का सामना करना पड़ता था. महत्वपूर्ण रोड पर हर समय जाम की समस्या और रोड सकरा होने के चलते आने-जाने में लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा था, जिसे देखते हुए यह निर्णय लिया गया था.
नोएडा से दादरी रोड पर बनने वाले एलिवेटेड रोड का निर्माण सेक्टर 41 अगापुर से फेस 2 स्थित NSEZ गंदे नाले तक होना है. एलिवेटेड का निर्माण कार्य 8 जून 2022 को शुरू हुआ था, लेकिन अभी तक महज 60% ही काम हो पाया है. 40% काम अभी भी बचा हुआ है. कार्य में देरी और लापरवाही की जांच में नोएडा प्राधिकरण की सीईओ ऋतु महेश्वरी ने वर्क सर्किल 8 के प्रभारी वरिष्ठ प्रबंधक विश्वास त्यागी को पाया और उन्हें हटाकर कार्मिक विभाग में संबद्ध कर दिया है.
नोएडा में बन रहे एलिवेटेड रोड के संबंध में प्राधिकरण के सूत्रों का कहना है कि प्राधिकरण की सीईओ द्वारा वरिष्ठ प्रबंधक विश्वास त्यागी से एलिवेटेड रोड की प्रगति रिपोर्ट मांगी गई थी. जिसे वह देने में असमर्थ दिखे और लापरवाही बरती गई. जिससे नाराज होकर सीईओ द्वारा यह फैसला लिया गया है. वहीं बताया जा रहा है कि जिस गति से एलिवेटेड का कार्य चल रहा है, उसे देखकर लग रहा है कि कार्य पूरा होने में करीब 1 से डेढ़ साल का अभी और समय लग सकता है.
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