नई दिल्ली: देश के पूर्व वित्त मंत्री व भाजपा वरिष्ठ नेता अरुण जेटली के निधन पर विपक्ष के बड़े नेताओं में गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा, कमलनाथ सहित कई नेताओं ने भी दुख प्रकट किया.
कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि अरुण जेटली जी के निधन की जानकारी हमलोगों को श्रीनगर में मालूम पड़ा, सुनकर बहुत दुख हुआ. उनको मैं व्यक्तिगत तौर पर जानता था. उनसे मेरे तीन तरह के रिश्ते थे. वो एक अच्छा वकील के साथ, अच्छे पार्लियामेंट्रियन भी थे. उनकी आत्मा को शांति मिले.
'हिंदुस्तान की राजनीति को बड़ा नुकसान'
वहीं कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा कि अरुण जेटली जी के जाने से हिंदुस्तान की राजनीति को बड़ा नुकसान हुआ है. उन्होंने हर जिम्मेदारी को बखूबी निभाया था. वो कानून के क्षेत्र के जाने माने चेहरे थे. उनका राजनीति से अलग रिश्ता हुआ करता था. वे मंत्री के रुप में महत्वपूर्ण विषयों पर एक राय लाने के लिए हमेशा अग्रसर हुआ करते थे.
'देश ने एक बड़ा नेता खोया है'
अरुण जेटली के निधन पर एनसीपी नेता मजीद मेमन ने कहा कि कुछ क्षण ऐसे होते हैं, जहां जुबान काम नहीं करता है. देश ने एक बड़ा नेता खोया है. 80 के दशक से हमलोग अरुण जेटली जी के साथ जुड़े हुए हैं.
'जेटली के साथ मेरा पुराना रिश्ता'
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि अरुण जेटली जी के साथ मेरा बहुत पुराना रिश्ता है. वो एक सच्चे दोस्त थे. मैं उनको श्रद्धांजली अर्पित करता हूं, भगवान उनकी आत्मा को शांति दें.
'कार्यकर्ताओं के लिए आइडियल थे जेटली'
वहीं भाजपा नेता शहनवाज खान ने कहा कि अरुण जेटली जी का जाना पार्टी ही नहीं बल्कि देश के लिए भी बहुत बड़ी छति है. अरुण जेटली एक आईडियल के तौर पर थे. उनके काम को भुलाया नहीं जा सकता है.