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CAIT ने शादियों का सीजन शुरू होने से पहले पेश किए बिजनेस के अनुमानित आंकड़े, जानिए क्या है खास

शादियों का सीजन बस आने ही वाला है. हर साल की तरह इस साल भी कॉन्फेडेरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने शादी में होने वाले बिजनेस का अनुमानित आंकड़ा पेश किया है. आइये जानते हैं, इस साल बाजार से व्यापारियों को क्या उम्मीद है...

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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Nov 21, 2023, 10:40 PM IST

CAIT ने पेश किया शादी में होने वाले बिजनेस का अनुमानित आंकड़ा

नई दिल्ली: 23 नवंबर से देशभर में शादियों का सीजन शुरू हो रहा है. इसके मद्देनजर बाजार में व्यापारियों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. शादी का सीजन शुरू होने से पहले कॉन्फेडेरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) हर वर्ष त्योहारों और शादियों से पहले होने वाली बिक्री का आंकड़ा पेश करता है. 'ETV भारत' ने CAIT के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल से विस्तृत बातचीत की और जाना कि इस साल व्यापारी शादियों के सीजन से क्या उम्मीद कर रहे हैं.

सवाल: इस बार शादी के सीजन में कितना व्यापार होने की उम्मीद है?
जवाब: देश का व्यापारी समुदाय 23 नवंबर से शुरू होने वाले शादी के सीजन में उपभोक्ताओं की मांग को पूरा करने के लिए तैयार है. उम्मीद है कि आगामी शादी का सीजन, जो 23 नवम्बर से शुरू हो रहा है, उसमें देश भर में लगभग 38 लाख शादियां होंगी. इनके जरिए देश के मेनलाइन रिटेल व्यापार में वस्तुओं और सेवाओं को मिलाकर लगभग 4.74 लाख करोड़ रुपये का व्यापार होने की संभावना है. पिछले साल इसी अवधि में लगभग 32 लाख शादियां हुई थी और लगभग 3.75 लाख करोड़ रुपये का व्यापार हुआ था.

सवाल: उपरोक्त आंकड़ों को एकत्र करने की क्या प्रक्रिया है?
जवाब: कैट द्वारा विभिन्न राज्यों के 30 विभिन्न शहरों को प्रमुख वितरण केंद्र के रूप में चयनित किया गया है. इसमें प्रमुख व्यापारी संगठनों के सदस्यों से चर्चा की जाती है. वह अपने ग्राहकों से बात करते हैं और इसके आधार पर ही आंकड़ों जारी किए जाते हैं. इस सीजन में लगभग 38 लाख शादियां होने की संभावना है. लोगों द्वारा शादी की खरीदारी और शादी हेतु विभिन्न सेवाएं प्राप्त करने के माध्यम से लगभग 4.74 लाख करोड़ रुपये का व्यापार होने का अनुमान है.

सवाल: शादियों में किस तरह के सामान की बिक्री होने का अनुमान है?
जवाब: एक विवाह में आम तौर पर 50% व्यय सामान की खरीद पर और 50% सेवाओं की खरीद पर किया जाता है. एक नजर में, माल क्षेत्र में व्यापार का अनुमानित प्रतिशत होता है. कपड़ा, साड़ी, लहंगा और गारमेंट्स में 10%, आभूषण में 15%, इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रिकल्स और उपभोक्ता वस्तुओं में 5%,ड्राई फ्रूट, फलों मिठाई और नमकीन में 5%, खाद्यान्न, किराना और सब्जियों में 5%, उपहार वस्तुओं में 4% और बाकी 6% अन्य विविध वस्तुओं में व्यापार की संभावना है.

सवाल: शादियों में किस-किस तरह के सेवा क्षेत्र होते हैं और किसको कितना फीसदी काम मिलने का अनुमान है?
जवाब: बैंक्वेट हॉल, होटल और अन्य विवाह स्थलों पर 5%, इवेंट मैनेजमेंट पर 5%, टेंट सजावट पर 12%, खानपान सेवाओं पर 10%, फूलों की सजावट पर 4%, 3% ट्रैवल एवं कैब सेवाओं पर, फोटो और वीडियो शूट पर 2%, ऑर्केस्ट्रा, बैंड आदि पर 3%, लाइट और साउंड पर 3% और अन्य विविध सेवाओं पर शेष 3% के खर्च के जरिए व्यापार का आंकड़ा माना गया है.

सवाल: क्या शादियों के सीजन में बाजारों में वोकल फॉर लोकल की झलक दिखने की उम्मीद है?
जवाब: इस समय देशभर में वोकल फॉर लोकल की धूम है. पहले ग्राहक सस्ते के चक्कर में किसी दूसरे देश का सामान लेते थे, लेकिन अब ग्राहकों की सोच बदल गई है. अब कंज्यूमर कहता है कि उसको सस्ता नहीं क्वालिटी का सामान चाहिए. इस बार दिवाली और छठ में जितना भी समान बिका, उसमें स्थानीय उत्पाद का सामान ज्यादा रहा. इसके बाबत CAIT का अनुमान है कि शादियों के सीजन में जितने भी आर्टिकल बिकेंगे सभी भारत निर्मित होंगे.

सवाल: कोरोना काल ने बाजारों को काफी प्रभावित किया था, तब से अब तक बाजार कितना संभला है?
जवाब: कोरोना काल में लोगों के मन में डर था, इसलिए लोग बाजारों में कम निकलते थे. इस बार लोगों ने जमकर खरीदारी की. कैट को उम्मीद है कि शादियों के सीजन में खूब सेल होगी.

सवाल: क्या वर्तमान में पेपर मनी का फ्लो उतना है या कुछ कम हुआ है?
जवाब: नोटबंदी के बाद से डिजिटल पेमेंट की प्रक्रिया का दौर आज भी जारी है. अब हर छोटे से लेकर बड़ा व्यापारी डिजिटल पेमेंट लेता है. यहां तक कि वर्तमान में व्यापारी भी आपस में डिजिटल पेमेंट का इस्तेमाल करते हैं.

CAIT ने पेश किया शादी में होने वाले बिजनेस का अनुमानित आंकड़ा

नई दिल्ली: 23 नवंबर से देशभर में शादियों का सीजन शुरू हो रहा है. इसके मद्देनजर बाजार में व्यापारियों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. शादी का सीजन शुरू होने से पहले कॉन्फेडेरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) हर वर्ष त्योहारों और शादियों से पहले होने वाली बिक्री का आंकड़ा पेश करता है. 'ETV भारत' ने CAIT के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल से विस्तृत बातचीत की और जाना कि इस साल व्यापारी शादियों के सीजन से क्या उम्मीद कर रहे हैं.

सवाल: इस बार शादी के सीजन में कितना व्यापार होने की उम्मीद है?
जवाब: देश का व्यापारी समुदाय 23 नवंबर से शुरू होने वाले शादी के सीजन में उपभोक्ताओं की मांग को पूरा करने के लिए तैयार है. उम्मीद है कि आगामी शादी का सीजन, जो 23 नवम्बर से शुरू हो रहा है, उसमें देश भर में लगभग 38 लाख शादियां होंगी. इनके जरिए देश के मेनलाइन रिटेल व्यापार में वस्तुओं और सेवाओं को मिलाकर लगभग 4.74 लाख करोड़ रुपये का व्यापार होने की संभावना है. पिछले साल इसी अवधि में लगभग 32 लाख शादियां हुई थी और लगभग 3.75 लाख करोड़ रुपये का व्यापार हुआ था.

सवाल: उपरोक्त आंकड़ों को एकत्र करने की क्या प्रक्रिया है?
जवाब: कैट द्वारा विभिन्न राज्यों के 30 विभिन्न शहरों को प्रमुख वितरण केंद्र के रूप में चयनित किया गया है. इसमें प्रमुख व्यापारी संगठनों के सदस्यों से चर्चा की जाती है. वह अपने ग्राहकों से बात करते हैं और इसके आधार पर ही आंकड़ों जारी किए जाते हैं. इस सीजन में लगभग 38 लाख शादियां होने की संभावना है. लोगों द्वारा शादी की खरीदारी और शादी हेतु विभिन्न सेवाएं प्राप्त करने के माध्यम से लगभग 4.74 लाख करोड़ रुपये का व्यापार होने का अनुमान है.

सवाल: शादियों में किस तरह के सामान की बिक्री होने का अनुमान है?
जवाब: एक विवाह में आम तौर पर 50% व्यय सामान की खरीद पर और 50% सेवाओं की खरीद पर किया जाता है. एक नजर में, माल क्षेत्र में व्यापार का अनुमानित प्रतिशत होता है. कपड़ा, साड़ी, लहंगा और गारमेंट्स में 10%, आभूषण में 15%, इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रिकल्स और उपभोक्ता वस्तुओं में 5%,ड्राई फ्रूट, फलों मिठाई और नमकीन में 5%, खाद्यान्न, किराना और सब्जियों में 5%, उपहार वस्तुओं में 4% और बाकी 6% अन्य विविध वस्तुओं में व्यापार की संभावना है.

सवाल: शादियों में किस-किस तरह के सेवा क्षेत्र होते हैं और किसको कितना फीसदी काम मिलने का अनुमान है?
जवाब: बैंक्वेट हॉल, होटल और अन्य विवाह स्थलों पर 5%, इवेंट मैनेजमेंट पर 5%, टेंट सजावट पर 12%, खानपान सेवाओं पर 10%, फूलों की सजावट पर 4%, 3% ट्रैवल एवं कैब सेवाओं पर, फोटो और वीडियो शूट पर 2%, ऑर्केस्ट्रा, बैंड आदि पर 3%, लाइट और साउंड पर 3% और अन्य विविध सेवाओं पर शेष 3% के खर्च के जरिए व्यापार का आंकड़ा माना गया है.

सवाल: क्या शादियों के सीजन में बाजारों में वोकल फॉर लोकल की झलक दिखने की उम्मीद है?
जवाब: इस समय देशभर में वोकल फॉर लोकल की धूम है. पहले ग्राहक सस्ते के चक्कर में किसी दूसरे देश का सामान लेते थे, लेकिन अब ग्राहकों की सोच बदल गई है. अब कंज्यूमर कहता है कि उसको सस्ता नहीं क्वालिटी का सामान चाहिए. इस बार दिवाली और छठ में जितना भी समान बिका, उसमें स्थानीय उत्पाद का सामान ज्यादा रहा. इसके बाबत CAIT का अनुमान है कि शादियों के सीजन में जितने भी आर्टिकल बिकेंगे सभी भारत निर्मित होंगे.

सवाल: कोरोना काल ने बाजारों को काफी प्रभावित किया था, तब से अब तक बाजार कितना संभला है?
जवाब: कोरोना काल में लोगों के मन में डर था, इसलिए लोग बाजारों में कम निकलते थे. इस बार लोगों ने जमकर खरीदारी की. कैट को उम्मीद है कि शादियों के सीजन में खूब सेल होगी.

सवाल: क्या वर्तमान में पेपर मनी का फ्लो उतना है या कुछ कम हुआ है?
जवाब: नोटबंदी के बाद से डिजिटल पेमेंट की प्रक्रिया का दौर आज भी जारी है. अब हर छोटे से लेकर बड़ा व्यापारी डिजिटल पेमेंट लेता है. यहां तक कि वर्तमान में व्यापारी भी आपस में डिजिटल पेमेंट का इस्तेमाल करते हैं.

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