नई दिल्लीः दिल्ली नगर निगम चुनाव (Delhi Municipal Corporation Election) के लिए हुए मतदान के दौरान वोट नहीं डाल पाए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अनिल चौधरी ने मतदाता सूची से नाम काटे जाने की शिकायत चुनाव आयोग से की है. कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने इस मामले की जांच कराने की मांग की है.
प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे दिल्ली कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अनिल भारद्वाज ने बताया कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दल्लूपुरा के राजकीय सर्वोदय कन्या विद्यालय में वोट डालने पहुंचे थे, लेकिन मतदाता सूची में उनका नाम नहीं था. अनिल चौधरी पूर्व विधायक और पूर्व निगम पार्षद हैं. उनका नाम कोंडली वार्ड नंबर 193 की मतदाता सूची से डिलीट नहीं दिखाया गया है, लेकिन विशेष तौर पर हटा है. जबकि उनकी पत्नी शशि वाला का नाम वार्ड नंबर 193 कोंडली की सूची में है.
इस तरह की सैकड़ों की तादात में शिकायतें सामने आए हैं. नरेला वार्ड में रहने वाले अमित ने बताया कि मतदाता पर्ची की संख्या और मतदान केंद्र के भीतर पीठासीन अधिकारी के पास जो सूची थी, उसमें क्रम संख्या अलग होने से वह मतदान नहीं कर पाए. रविवार को दिल्ली नगर निगम के 250 वार्डों के लिए हुए चुनाव में तीनों ही प्रमुख दलों के नेताओं ने मतदाता सूची में गड़बड़ी का आरोप लगाया है.
भाजपा सांसद मनोज तिवारी का आरोप लगाया था कि सुभाष मोहल्ला वार्ड में 450 मतदाताओं का सूची नाम में नहीं है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अनिल कुमार का नाम सूची में ना होने पर चुनाव आयोग से शिकायत की गई है. आम आदमी पार्टी के विधायक विशेष रवि का भी आरोप है कि पहाड़गंज में एक बूथ की लिस्ट से कई मतदाताओं का नाम पूरा गायब है, जिससे मतदाता वोट नहीं डाल सके. वार्ड नंबर 82 में 668 मतदाता वाला बूथ नंबर 118 गायब होने की भी शिकायत चुनाव आयोग से की गई है.
इस संबंध में राज्य चुनाव आयोग का कहना है कि मतदाता सूची में नाम जोड़ने और हटाने की जिम्मेदारी दिल्ली मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय की होती है. राज्य चुनाव आयोग दिल्ली नगर निगम चुनाव में चुनाव आयोग की ओर से बनाए गए मतदाता सूची का सिर्फ प्रयोग करती है. आयोग ने कहा कि कांग्रेस, बीजेपी समेत अन्य दलों से जो भी शिकायतें प्राप्त हुई है, उसे चुनाव आयोग को भेज दिया गया है.