नई दिल्ली: मोटर वाहन अधिनियम में किए गए बदलावों से दिल्ली के टैक्सी चालक खुश नहीं हैं. टैक्सी चालकों का कहना है कि हर तरफ से उनकी जेब पर डाका डालने का काम किया जा रहा है. इसी के विरोध में सोमवार को दिल्ली में रोड जाम किया जा सकता है.
शनिवार को दिल्ली-एनसीआर के ऑटो-टैक्सी, बस, टेंपो जैसे सभी छोटे-बड़े कमर्शियल वाहनों से संबंध रखने वाले यूनियनों ने यहां एक बैठक में मोटर वाहन अधिनियम के संशोधनों और निगम की तरफ से शुरू किए गए RFID सिस्टम का विरोध जताने की प्लानिंग की है. इसी बैठक से सोमवार को सड़कों पर प्रदर्शन करने की बात सामने आई है. हालांकि इसके लिए अभी तक कोई जगह या समय सार्वजनिक नहीं किया गया है.
'वाहनों को 20 की गति तक ही चला पाएंगे'
दिल्ली ऑटो टूरिस्ट ट्रांसपोर्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय सम्राट ने कहा कि दिल्ली के लोग पहले ही त्रस्त थे. अब उनकी जेबों पर डांका डालने का एक और कार्यक्रम तय कर लिया गया है. उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली में ट्रैफिक पुलिस जानबूझकर सिग्नल खराब कर देती है. जिसके बाद चालकों को इसका हर्जाना भरना पड़ता है. नए कानून के बाद तो वो अपने वाहनों को 20 की गति तक ही चला पाएंगे.
RFID सिस्टम भी कठघरे में
निगम की तरफ से शुरू किए गए RFID सिस्टम को भी उन्होंने कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि ये सिस्टम जिस दिन से लागू किया है. उस दिन से ही परेशानियों का कारण बन रहा है. ऐसे में इसके लिए भी वो और उनके साथी दिल्ली के एंट्री पॉइंट्स पर प्रदर्शन करेंगे. अन्य यूनियन वालों ने भी यहां विरोध प्रदर्शन की बात कही है.
रोड जाम करने के दावों में अगर जरा भी सच्चाई है तो ये राजधानी दिल्ली के आम लोगों के लिए परेशानी बन सकता है. बताया जा रहा है कि प्रदर्शन के विषय में पुलिस से भी इजाजत नहीं ली गई है.