नई दिल्ली: दिल्ली सचिवालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जब CAA के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शनों के हिंसक होने को लेकर अरविंद केजरीवाल से सवाल किया गया, तो उन्होंने सभी आरोप विपक्ष की तरफ मोड़ दिए. अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैं दिल्ली की स्थिति को लेकर चिंतित हूं और चाहता हूं कि शांति बनी रहे. प्रदर्शन करना सभी का अधिकार है, लेकिन हिंसा की इजाजत किसी को नहीं है.
'विपक्ष को दंगों से फायदे की उम्मीद'
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि ये साबित हो चुका है कि आम आदमी पार्टी चुनाव जीत रही है और ये कयास लग रहे हैं कि पार्टी को 65 सीटें मिलेंगी या 70 सीटें, ऐसे में विपक्ष जानबूझकर हिंसा फैला रहा है. उन्होंने ये भी कहा कि सब जानते हैं कि इससे आम आदमी पार्टी को कोई फायदा नहीं होने वाला है, नुकसान ही होगा और विपक्ष को इससे फायदे की उम्मीद है.
'हिंसा को नकारने की अपील'
अरविंद केजरीवाल ने ये भी कहा कि पिछले चुनाव से पहले भी उन्होंने बवाना और त्रिलोकपुरी में हिंसा फैलाने की कोशिश की थी. लेकिन दिल्ली के लोग बहुत समझदार हैं. दिल्ली के लोगों ने उस समय हिंसा को नकारा और आज भी मैं सभी से अपील करूंगा कि वे ऐसी ताकतों को नकारें और मिलकर विरोध करें.
'आप' नेताओं पर आरोपों को नकारा
गौरतलब है कि अभी सीलमपुर के कई इलाकों में कर्फ्यू लागू है. वहीं जामिया प्रदर्शन मामले में गिरफ्तार किए गए लोगों में आम आदमी पार्टी की छात्र इकाई सीवाईएसएस का भी एक युवा शामिल है. वहीं पार्टी विधायक अमानतुल्लाह खान पर भी हिंसा भड़काने के आरोप लग रहे हैं. लेकिन इनसे जुड़े सवालों को मुख्यमंत्री ने विपक्ष के आरोपों तक समेट दिया.
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि विपक्ष जानबूझकर ऐसी बयानबाजी कर रहा है कि ये सब आम आदमी पार्टी करवा रही है, लेकिन सब जानते हैं कि इससे किसे फायदा होगा. अरविंद केजरीवाल ने यहां तक कहा कि देश में दंगे कौन करवा सकता है और किसकी ताकत है दंगे कराने की, ये सब जानते हैं, विपक्ष भी जानता है जो हम पर आरोप लगा रहा है.