नई दिल्ली: दिल्ली सरकार के अधिकारों और सेवा से जुड़े बिल संसद में पेश होने को लेकर सोमवार को दिन भर गहमागहमी रही तो उधर, शाम को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल राजनिवास पहुंचकर उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना से मुलाकात की. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उपराज्यपाल और सीएम के बीच करीब 40 मिनट तक बातचीत चली और यह मुलाकात काफी सौहार्दपूर्ण रही.
आमतौर पर उपराज्यपाल और मुख्यमंत्री के बीच सप्ताहिक बैठक प्रत्येक सप्ताह शुक्रवार शाम 4 बजे होती है. जिसमें राजकाज को लेकर आपस में दोनों बात करते हैं. लेकिन आज सोमवार को सीएम उपराज्यपाल से मिलने पहुंचे. हालांकि जब अरविंद केजरीवाल बाहर निकले तो मीडिया से बिना बात किए अपने घर के लिए रवाना हो गए. इससे पहले दक्षिणी दिल्ली के असोला भाटी माइंस में वन महोत्सव के दौरान उपराज्यपाल और मुख्यमंत्री पर्यावरण के मुद्दे पर एक साथ मंच पर उपस्थित हुए थे और उस दौरान भी दोनों की मुलाकात सौहार्दपूर्ण रही थी.
हालांकि दिल्ली में पिछले दिनों जब यमुना का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर शहरी क्षेत्रों में पहुंचा था, तब आईटीओ पर उपराज्यपाल और सीएम जायजा लेने पहुंचे तो वहां पर शिकवे शिकायत से एलजी ने एतराज जताया था. वहां मौजूद दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज को कड़ी नसीहत भी दी थी. आमतौर पर उपराज्यपाल और मुख्यमंत्री के बीच अलग-अलग मुद्दों पर टकराव की चर्चा ही सुर्खियों में रहती है. गत वर्ष मई महीने में उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने कार्यभार संभाला था और तब से कई मुद्दों पर उनके फैसलों पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ऐतराज जता चुके हैं.
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