नई दिल्ली : दिल्ली सरकार के सरकारी स्कूलों का 12वीं क्लास का परीक्षा परिणाम 96.29 फीसद रहा है. कोरोना के कारण इस बार सत्र 2018-19 के 2 साल बाद बोर्ड परीक्षा पूरी तरह सामान्य रूप में हुई थी. सत्र 2018-19 में परीक्षा का परिणाम 94.24 फीसदी रहा था जिसकी तुलना में इस बार का रिजल्ट 2 फीसदी अधिक रहा है. वहीं दसवीं बोर्ड में इस साल दिल्ली सरकार के स्कूलों का पासिंग परसेंटेज 81.27 फीसदी रहा है. वर्ष 2018-19 की तुलना में इस साल दिल्ली सरकार के स्कूलों में दसवीं बोर्ड के रिजल्ट में 9.69 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है, 2018-19 में रिजल्ट 71.58 फीसदी रहा था.
वहीं उपमुख्यमंत्री व शिक्षामंत्री मनीष सिसोदिया ने सभी छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों को बधाई देते हुए कहा कि कोरोना के कारण पिछले दो सालों में बच्चों की पढ़ाई व उनकी मेंटल-इमोशनल वेल-बींग बहुत ज्यादा प्रभावित हुआ. शैक्षणिक सत्र 2021-22 भी कोरोना से काफी बाधित रहा और बच्चों के सीखने के अवसरों में काफी कमी आई और सीबीएसई द्वारा सामान्य समय की तरह ही बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन किया गया. इसके बावजूद सामान्य समय की तुलना में रिजल्ट में बढ़ोतरी दर्ज करना काबिले तारीफ़ है और ये हमारे शिक्षकों व छात्रों की कड़ी मेहनत को दर्शाता है.
वहीं इस वर्ष दिल्ली सरकार के 160 स्कूलों का पासिंग परसेंटेज 100 फीसदी रहा है और 876 स्कूल ऐसे हैं जिनका पासिंग परसेंटेज 90 फीसदी से अधिक रहा है. इस साल दिल्ली के प्राइवेट स्कूलों के रिजल्ट में भी सुधार देखने को मिला है पूरे भारत में प्राइवेट स्कूलों का पासिंग परसेंटेज जहां 93.38 फीसदी रहा है. वहीं दिल्ली के प्राइवेट स्कूलों का पासिंग परसेंटेज 97.65 फीसद रहा है. कोरोना से पहले सत्र 2018-19 में निजी स्कूलों का पासिंग परसेंटेज 93 फीसदी था जिसमें इस वर्ष 4.65 फीसदी की बढोतरी देखने को मिली है.
वहीं गवर्मेंट एडेड स्कूलों के परिणामों में भी इस बार उछाल देखने की मिला है. 2018-19 की तुलना में 7.27 फीसदी की वृद्धि के साथ गवर्मेंट एडेड स्कूलों का परिणाम 94.57 फीसदी रहा है. इस साल दिल्ली ने सीबीएसई 12वीं बोर्ड में देश में चौथा व पांचवा स्थान हासिल किया है. वहीं सत्र 2021-22 से 1,64,641 छात्रों ने 12वीं बोर्ड परीक्षा दी थी, जिनमें से 1,58,528 छात्रों ने परीक्षा पास की व 3446 छात्रों की कम्पार्टमेंट आया है. बता दें कि पिछले साल सीबीएसई 12वीं बोर्ड का पूरे भारत का पासिंग परसेंटेज 99.37 फीसदी था वहीं दिल्ली सरकार के स्कूलों का पासिंग परसेंटेज 99.95 फीसदी और दिल्ली के निजी स्कूलों का पासिंग परसेंटेज 99.7 फीसदी था.
वहीं क्लास 10वीं के बोर्ड नतीजों में देशभर के सरकारी स्कूलों का पासिंग परसेंटेज 80.68 फीसदी रहा है, जबकि दिल्ली सरकार के स्कूलों का पासिंग परसेंटेज 81.27 फीसदी रहा है. सत्र 2018-19 की तुलना में दिल्ली सरकार के स्कूलों में क्लास 10वीं के रिजल्ट में 9.69 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है, 2018-19 में रिजल्ट 71.58 फीसदी था. वहीं स्कूल ऑफ़ एक्सीलेंस का क्लास 10वीं का रिजल्ट लगातार तीसरे साल शत प्रतिशत रहा है. इस साल दिल्ली के निजी स्कूलों के 10वीं का नतीजा 95.99 फीसदी रहा है. वहीं दिल्ली रीजन की बात की जाए तो यहां पासिंग परसेंटेज 86.5 फीसदी रहा है. पिछले साल की तुलना में इस साल पूरे देश के सीबीएसई के दसवीं के पासिंग परसेंटेज में 4.64 फीसदी की कमी आई है. पिछले साल ये नतीजे 99.04 फीसद रहे थे वही इस साल यह 94.40 फीसद है.
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