नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (AAP) शासित दिल्ली सरकार में उथल-पुथल का दौर जारी है. मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन के इस्तीफे के बाद सरकार में नए समीकरण बनने जा रहे हैं और पार्टी को इससे क्या नफा-नुकसान होगा, इस पर चर्चा के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने घर पर दिल्ली के सभी विधायकों और निगम पार्षदों की आपात बैठक की. इसमें कई मुद्दों पर चर्चा हो रही है. वहीं, यह निर्णय लिया गया कि आम आदमी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता 5 मार्च से दिल्ली में एक अभियान चलाकर अपने दोनों मंत्रियों के इस्तीफे का सच बताएगी.
गत वर्ष पंजाब विधानसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत से जीतने के बाद आम आदमी पार्टी ने राष्ट्रीय मिशन की तरफ काम करना शुरू कर दिया था. अलग-अलग राज्यों में संगठन विस्तार से लेकर चुनावी तैयारियां शुरू कर दी है. दिल्ली स्थित पार्टी कार्यालय में अन्य राज्यों से आए लोगों के साथ बैठकर संगठन को मजबूत करने का काम जोर-शोर से चल रहा है. इसी बीच दिल्ली आबकारी घोटाले में मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद जो राजनीतिक समीकरण बने हैं, उन सब पर चर्चा करेंगे.
पार्टी के समक्ष सबसे बड़ी चुनौती यही है कि देश में चुनावी माहौल बनने लगा है. आम आदमी पार्टी भी अन्य राज्यों में पुरजोर तरीके से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है. ऐसे में आने वाले समय में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ-साथ इनके मंत्रिमंडल में शामिल मनीष सिसोदिया भी अलग-अलग राज्यों में चुनावी रैलियों और प्रबंधन के काम को संभालने वाले थे, लेकिन अब सीबीआई की हिरासत में मनीष सिसोदिया के जाने के बाद के प्रभावों को को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आमने-सामने बैठकर सभी विधायकों से उनकी बातें सुनेंगे तथा अपनी बात फिर रखेंगे.
बता दें, मंगलवार को मनीष सिसोदिया ने उपमुख्यमंत्री पद से अपना इस्तीफा अरविंद केजरीवाल को भेज दिया था. वहीं, सत्येंद्र जैन ने भी 9 महीने बाद अपना इस्तीफा दे दिया है. देर शाम मुख्यमंत्री ने दोनों के इस्तीफे को मंजूरी के लिए उपराज्यपाल को भेजा था और उपराज्यपाल ने बुधवार सुबह राष्ट्रपति को भेज दिया है. उधर, दिल्ली कैबिनेट में शामिल राजकुमार आनंद और कैलाश गहलोत के बीच मनीष सिसोदिया के विभागों का बंटवारा फिलहाल किया गया है. इसके साथ ही दिल्ली सरकार द्वारा दो नए मंत्री के रूप में आप विधायक सौरभ भारद्वाज और आतिशी को नाम उपराज्यपाल के पास भेजे गए हैं.