ETV Bharat / state

रोक के बावजूद आईटीओ घाट पहुंचे छठव्रती, सरकार के प्रति जताई नाराजगी - angry over the ban on Chhath in Delhi

दिल्ली में छठ को लेकर डीडीएमए की मनाही के बावजूद लोग छठ घाटों पर पूजा-अर्चना के लिए पहुंच रहे हैं. जिन्हें रोकने के लिए इंतजाम किए गए हैं, लेकिन लोग घाटों पर पहुंचकर सरकार के फैसले के प्रति अपनी नाराजगी भी जता रहे हैं. वो सवाल पूछ रहे हैं कि अब अपना त्योहार कहां मनाएं ?

Chhathrathi arrives at ITO Ghat despite ban in delhic
रोक के बावजूद आईटीओ घाट पर पहुंचे छठव्रती
author img

By

Published : Nov 20, 2020, 7:26 PM IST

नई दिल्ली: डीडीएमए की मनाही के बावजूद दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में बने छठ घाटों पर श्रद्धालु पूजा-अर्चना के लिए पहुंच रहे हैं. जिन्हें रोकने के लिए इंतजाम किए गए हैं. आईटीओ स्थित छठ घाट पर भी सुरक्षा बल की तैनाती है. यहां लोग पहुंच भी रहे हैं और सरकार के फैसले के प्रति अपनी नाराजगी भी दिखा रहे हैं. वो सवाल पूछ रहे हैं कि अब अपना त्योहार कहां मनाएं.

रोक के बावजूद आईटीओ घाट पर पहुंचे छठव्रती

त्योहार मनाने की जगह नहीं

ईटीवी भारत से बातचीत में अखिलेश कहते हैं कि वो अजमेरी गेट इलाके में किराए के मकान में रहते हैं. उनके पास त्योहार मनाने के लिए जगह नहीं है. हर साल यहां आते थे लेकिन यहां भी अब इसकी इजाजत नहीं है. आखिर में उन्होंने छठी मैया पर ही छोड़ दिया है.

सरकार का फैसला गलत

वहीं युधिष्ठिर का कहना है कि जब बाजारों में और मेट्रो में भीड़ होती है, तब सरकार उन पर कोई पाबंदी नहीं लगाती, लेकिन छठी मैया के त्यौहार पर ऐसी पाबंदी लगा दी गई है. वह कहते हैं कि त्यौहार तो मनाया ही जाएगा. लेकिन सरकार का यह फैसला बिल्कुल गलत है.

नई दिल्ली: डीडीएमए की मनाही के बावजूद दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में बने छठ घाटों पर श्रद्धालु पूजा-अर्चना के लिए पहुंच रहे हैं. जिन्हें रोकने के लिए इंतजाम किए गए हैं. आईटीओ स्थित छठ घाट पर भी सुरक्षा बल की तैनाती है. यहां लोग पहुंच भी रहे हैं और सरकार के फैसले के प्रति अपनी नाराजगी भी दिखा रहे हैं. वो सवाल पूछ रहे हैं कि अब अपना त्योहार कहां मनाएं.

रोक के बावजूद आईटीओ घाट पर पहुंचे छठव्रती

त्योहार मनाने की जगह नहीं

ईटीवी भारत से बातचीत में अखिलेश कहते हैं कि वो अजमेरी गेट इलाके में किराए के मकान में रहते हैं. उनके पास त्योहार मनाने के लिए जगह नहीं है. हर साल यहां आते थे लेकिन यहां भी अब इसकी इजाजत नहीं है. आखिर में उन्होंने छठी मैया पर ही छोड़ दिया है.

सरकार का फैसला गलत

वहीं युधिष्ठिर का कहना है कि जब बाजारों में और मेट्रो में भीड़ होती है, तब सरकार उन पर कोई पाबंदी नहीं लगाती, लेकिन छठी मैया के त्यौहार पर ऐसी पाबंदी लगा दी गई है. वह कहते हैं कि त्यौहार तो मनाया ही जाएगा. लेकिन सरकार का यह फैसला बिल्कुल गलत है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.