नई दिल्ली: 4 दिन तक चलने वाले आस्था के महापर्व छठ पूजा (Delhi Chhath Puja) का आज समापन उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ हो गया. इस बार राजधानी दिल्ली में सार्वजनिक तौर पर बड़े स्तर पर इस पूजा का आयोजन किया गया, जिसमें लाखों की संख्या में लोगों ने भाग लिया और छठी मैया की पूजा अर्चना भी की. पूर्वांचल से आने वाले लोगों में विशेष तौर पर छठी मैया की पूजा को लेकर आस्था होती है. जिसकी अद्भुत छटा इस बार राजधानी दिल्ली में देखने को मिली. यमुना के घाटों पर छठी मैया के श्रद्धालुओं का समागम भी देखने को मिला.
वैश्विक महामारी कोरोना की दस्तक के कारण 2 साल के लंबे समय के बाद इस साल राजधानी दिल्ली में बड़े स्तर पर सार्वजनिक जगह पर छठ पूजा के कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें हर्षोल्लास और उत्साह के साथ लोगों ने भाग लिया. 4 दिन तक चलने वाले आस्था के महापर्व छठ के इस उत्सव पर आज सुबह उगते सूरज को अर्घ्य देने के साथ छठी मैया की पूजा पूर्ण रुप से संपन्न हुई. हिंदू रीति रिवाज के अनुसार ऐसा माना जाता है कि जो भी श्रद्धालु पूरी आस्था के साथ 36 घंटे तक चलने वाले इस कठिन व्रत को पूरा करता है तो उसकी सभी मनोकामना सिर्फ पूरी होती है.
ये भी पढ़ें: Chhath Puja_ दिल्ली में लाखों श्रद्धालुओं ने डूबते सूर्य को दिया अर्घ्य
दिल्ली में इस बार छठ महापर्व को देखते हुए 1100 कृत्रिम घाटों पर पूजा के मद्देनजर विशेष इंतजाम किए गए थे, ताकि छठी मैया की पूजा में भाग लेने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कोई कठिनाई न हो. हालांकि यमुना के घाटों पर जाने की अनुमति ना होने के कारण लोगों में इस बार थोड़ी नाराजगी भी दिखाई दी.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत एप