नई दिल्ली: पवित्र चार धामों में से एक जगन्नाथ पुरी में आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि के दिन भगवान जगन्नाथ की भव्य रथ यात्रा निकाली जाती है. इस वर्ष यह रथ यात्रा 20 जून यानी आज मंगलवार के दिन निकाली जाएगी. इस दिन भगवान जगन्नाथ अपने भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ नगर भ्रमण पर निकलते हैं. तीनों भाई बहन तीन अलग-अलग भव्य और विशालकाय रथों पर बैठकर गुंडिचा मंदिर जाते हैं. रथ यात्रा का आयोजन केवल पुरी में ही नहीं, बल्कि देश के कई हिस्सों में भी धूम-धाम से निकाला जाता है. आइए जानते हैं कुछ ऐसे ही शहरों के नाम, जहां निकलती है जगन्नाथ भगवान की रथ यात्रा.
भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा दिल्ली में भी मंगलवार को पारम्परिक हर्षोल्लास के साथ निकाली जाएगी. दिल्ली के हौजखास, रोहिणी, जनकपुरी, त्यागराज नगर आदि स्थानों पर सोमवार को नेत्रोत्सव व नवजोबन दर्शन के साथ रथयात्रा से जुड़े नौ दिवसीय आयोजन शुरू हो गए है. तस्वीर राजधानी दिल्ली के त्यागराज नगर की है. भगवान जगन्नाथ की पूरे विधि विधान के साथ पूजा-अर्चना की जा रही है. रथ यात्रा समारोह को लेकर तैयारियां की जा रही है.श्री जगन्नाथ मंदिर व ओडिशा आर्ट एंड कल्चर सेंटर के तत्वावधान में 56वें रथयात्रा महोत्सव के अवसर पर नौ दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. इसकी शुरुआत जगन्नाथ मंदिर में सोमवार को लगभग एक पखवाड़े बाद भक्तों को नए रूप में भगवान जगन्नाथ के दर्शनों के साथ शुरू हो गई है.
श्रद्धालु यह अवसर नेत्रोत्सव व नवजोबन दर्शन के रूप में मनाते हैं. मंदिर व सेंटर के मानद सचिव के.डी. बिस्वाल ने बताया कि जगन्नाथ रथ यात्रा मंगलवार को त्यागराज स्टेडियम के गेट संख्या एक के सामने से दोपहर तीन बजे शुरू होगी. अतिथि भगवान जगन्नाथ का रथ खींचेंगे. बाद में बुधवार से शुक्रवार तक हर दिन शाम सात से रात नौ बजे तक जगन्नाथ कथा व सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा और शनिवार को हीरा पंचमी का आयोजन होगा.
आगामी 28 जून को शाम 5 बजे बहुड़ा यात्रा निकाली जाएगी और रात्रि 8 बजे खिचड़ी प्रसादम वितरण होगा. अगले दिन सुना बेसा उत्सव के तहत भगवान स्वर्णाभूषणों से सुसज्जित होकर दर्शन देंगे और 30 जून को आधार पाना उत्सव होगा. इसके बाद 1 जुलाई को निलाद्री बिजे के साथ रथयात्रा महोत्व का समापन होगा.
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