नई दिल्ली : देश की राजधानी दिल्ली में मच्छर के काटने से होने वाली बीमारियों (Cases of mosquito borne diseases in Delhi) ने एक बार फिर पैर पसारना शुरू कर दिया है. दिल्ली नगर निगम (Municipal Corporation of Delhi) यानी एमसीडी की ओर से जारी की गई ताजा रिपोर्ट के अनुसार बीते एक हफ्ते में दिल्ली में डेंगू के 51 नए मामले सामने आए हैं. जिसके बाद दिल्ली में डेंगू के कुल मामलों की संख्या 295 हो गई है, जो 2019 के बाद सबसे ज्यादा है. मलेरिया के 14 मामले भी बीते एक हफ्ते में सामने आए हैं. इसे देखते हुए एमसीडी की ओर से मच्छर जनित बीमारियों को लेकर लोगों को जागरूक करने के साथ सावधान रहने को भी कहा जा रहा है.
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एक हफ्ते में आए मलेरिया के 14 नए मामले : देश की राजधानी दिल्ली में आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच में चल रही सियासी खींचतान के चलते पारा गरमाया हुआ है. इस बीच राजधानी दिल्ली में मच्छर जनित बीमारियों का आंकड़ा एक बार फिर बढ़ना शुरू हो गया है. एमसीडी की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली में बीते हफ्ते मलेरिया के 14 नए मामले सामने आए हैं. जिसके बाद दिल्ली में इस साल मलेरिया के कुल मामलों की संख्या 10 सितम्बर तक 63 संख्या हो गई है, जो 2019 के बाद अगस्त तक सामने आए मामलों के बाद सबसे ज्यादा है.
डेंगू के कुल मामले 295 हो गए : मच्छर जनित बीमारियों के मद्देनजर 10 सितंबर 2022 तक जो डाटा एमसीडी की ओर से एकत्रित कर रिपोर्ट में साझा किया गया है, उसके अनुसार बीते एक हफ्ते में दिल्ली में 51 नए मामले डेंगू सामने आए हैं. 12 अलग-अलग जोन में बंटी एमसीडी के हर जोन से अब डेंगू के मामले सामने आ रहे हैं.
इसके बाद दिल्ली में डेंगू के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 295 हो गई है. ये संख्या 2019 के बाद दिल्ली में सामने आए डेंगू के मामलों में सबसे ज्यादा है. हैरानी की बात यह है कि इस बार नजफगढ़ और सेंट्रल जोन जैसे क्षेत्रों में डेंगू के मामले अधिक संख्या में सामने आ रहे हैं.
चिकनगुनिया का नया मामला नहीं आया : हालांकि, राहत की बात यह है कि बीते एक हफ्ते में दिल्ली के अंदर एक भी चिकनगुनिया का नया मामला सामने नहीं आया है. चिकनगुनिया के मामलों पर पूरी तरह से लगाम लगाई जा चुकी है. दिल्ली में इस वर्ष अब तक चिकनगुनिया के 14 ही मामले सामने आए हैं, जो बीते कुछ सालों की तुलना में काफी कम है.
8 लाख से ज्यादा घरों में मिला है मच्छर का लार्वा : दिल्ली में एमसीडी की ओर से लगातार मच्छर जनित बीमारियों पर लगाम लगाए जाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं. एमसीडी की ओर से लगातार मच्छर जनित बीमारियों पर लगाम लगाए जाने को लेकर दवाइयों के छिड़काव के साथ जागरुकता अभियान को भी बड़े स्तर पर चलाया जा रहा है. वहीं, इस बीच दिल्ली के अंदर बड़े नालों की सफाई अभी भी बेहतर तरीके से नहीं हो पाई है. जिसको लेकर हालात अभी चिंताजनक बने हुए हैं. बीते साल दिल्ली में डेंगू के रिकॉर्ड तोड़ 9613 मामले सामने आए थे और 23 लोगों की मृत्यु भी हो गई थी.
वहीं, इस वर्ष पिछले साल की पुनरावृत्ति न हो इसे देखते हुए एमसीडी की ओर से लगातार सख्त कदम उठाए जा रहे हैं. इस साल अभी तक दिल्ली में एमसीडी की ओर से 8 लाख 69 हजार 408 घरों में लार्वा पाया जाने के बाद दवाइयों का छिड़काव किया गया है.
एमसीडी की ओर से दिल्ली में 2 करोड़ 34 लाख 67 हजार 136 रिहायशी संपत्तियों का सर्वे किया जा चुका है. साथ ही 82 हजार 490 संपत्ति के मालिकों को लार्वा पाए जाने के मद्देनजर नोटिस भी भेजे गए हैं. एमसीडी की ओर से लार्वा पाए जाने पर बड़ी संख्या में चालान भी किए जा रहे हैं. एमसीडी ने इस साल अब तक कुल 25 लाख 2 हजार 202 रुपये चालान के भुगतान के रूप में पाया है.
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