नई दिल्ली/नोएडा : दिल्ली के कंझावला की तरह नोएडा सेक्टर 14a के पास 1 जनवरी की रात एक अज्ञात कार ने डिलीवरी बॉय को रौंद दिया था. करीब पांच से 600 मीटर तक डिलीवरी बॉय को घसीटा गया था. इसके बाद मृतक के परिजनों न अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है. घटना के कई दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली है. वैसे घसीटने जैसी बात से पुलिस इंकार कर रही है. पुलिस सीसीटीवी और अन्य इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस के माध्यम से टीमें बनाकर जांच करने की बात कह रही है. मृतक के भाई की बात मानें तो एक्सीडेंट करने वाली गाड़ी से काफी दूर तक डिलीवरी ब्वॉय घसीटते हुए ले गया.
इस घटना के संबंध में डीसीपी नोएडा का कहना है कि घटना की जानकारी होने पर मौके पर पुलिस पहुंची और घायल को अस्पताल ले जाया गया. लेकिन रास्ते में उसकी मौत हो गई. डीसीपी नोएडा हरीश चंदर ने बताया कि मीडिया से बात सामने आई है कि मृतक को काफी दूर तक गाड़ी से घसीटा गया है, पर सभी सीसीटीवी फुटेज देखा गया, जिसमें यह तथ्य प्रमाणित नहीं हो रहा है. उन्होंने कहा कि सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है और जल्द ही घटना का अनावरण किया जाएगा.
बता दें, मृतक के चचेरे भाई अमित की तरफ से दी गई तहरीर में कहा गया है कि हादसे के स्थान से काफी दूर तक एक्सीडेंट करने वाली गाड़ी घसीट कर ले जाया गया है, वही सीसीटीवी को देखें तो चिल्ला बॉर्डर पर मृतक की बाइक गिरी हुई पाई गई है और उसकी बॉडी को शनि मंदिर जो घटनास्थल से करीब 5 से 600 मीटर दूर है, वहां पर बरामद हुई है. अब बॉडी घटनास्थल से इतना दूर कैसे गई यह एक बड़ा प्रश्न बना हुआ है.
ये भी पढ़ें : दिल्ली हाईकोर्ट ने डॉग अम्मा को दी राहत, तिरपाल लगाकर रह सकती हैं बुजुर्ग
अमित कुमार ने तहरीर में कहा कि मेरा चचेरा भाई कौशल यादव पुत्र रामरतन सिंह नोयडा मे SWIGI, FOOD, DILIVERY में काम करता था. 01/01/2023 की रात्री में लगभग एक बजे हमने अपने भाई के मोबाइल नंबर पर फोन किया तो किसी अज्ञात व्यक्ति ने फोन उठाया और बताया कि मैं OLA गाडी चलाने वाला बोल रहा हूं. तुम्हारे भाई का एक्सीडेंट हो गया है. किसी अज्ञात वाहन ने सेक्टर-14 फ्लाईओवर के पास टक्कर मार दी और खींचते हुए शनी मन्दिर तक ले गया है. सूचना पर मैं और मेरे परिवार मौके पर पहुंचे. मेरे भाई का शव पास पडा हुआ था. अतः अज्ञात चालक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की कृपा करे. बता दें कि मृतक कौशल की शादी डेढ़ साल पूर्व हुई थी और अभी कोई बच्चा नहीं था. नोएडा में वह अपने रिश्तेदारों के साथ रह रहा था.
ये भी पढ़ें : MCD सदन की बैठक से पहले बवाल, LG के 10 मनोनीत पार्षदों की नियुक्ति पर भड़के केजरीवाल