नई दिल्ली: 22 जनवरी को राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा होनी है. इसको लेकर देशभर में आस्था का सैलाब उमड़ रहा है. अब इसी आस्था के सहारे राम मंदिर के नाम पर एक ई-कॉमर्स वेबसाइट पर अयोध्या के 'श्रीराम मंदिर अयोध्या प्रसाद' बेचा जा रहा हैं. कन्फेडरेशन ऑफ इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने कहा कि यह देश के लोगों के साथ एक बड़ी धोखाधड़ी है. कंपनी लोगों की धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रही है.
कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल को पत्र भेजकर इस धोखाधड़ी की तरफ उनका ध्यान आकर्षित किया है. उन्होंने कहा कि यह सर्वविदित है कि अयोध्या धाम के श्री राम मंदिर से अभी कोई प्रसाद वितरित नहीं हो रहा है. लेकिन ई कॉमर्स प्लेटफार्म पर एक विक्रेता के नाम से 'श्री राम मंदिर अयोध्या प्रसाद' खुले आम बेचा जा रहा है.
उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जब सारा देश राम मय हो रहा है. लोग बेहद श्रद्धा भाव से श्री राम के काज में जुटे हैं. कंपनी इस प्रकार का कृत्य कर रही है. खंडेलवाल ने पीयूष गोयल से आग्रह किया कि उपभोक्ता मंत्रालय की उपभोक्ता शिकायत और सुरक्षा अथॉरिटी (सीसीपीए) तुरंत इस ओर कार्यवाही करें. उन्होंने कहा कि ऑमेज़न का इतिहास काला है.
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जिस प्रकार से एक बेहद पूजनीय स्थान से जोड़ कर प्रसाद की बिक्री की जा रही है, उससे पता चलता है कि ऑमेज़न की मानसिकता कितनी विकृत है. इस घटना से उसका असली चेहरा उजागर हो गया है. खंडेलवाल ने कहा कि ऑमेज़न नियम एवं क़ानूनों का उल्लंघन करने का आदी है तभी दुनिया के अनेक देशों में उसके ख़िलाफ़ अनेक मुक़दमे चल रहा है.