नई दिल्ली: अब नई दिल्ली और लुटियंस जोन में प्रॉपर्टी खरीदना महंगा हो गया है. अगर किसी को अब यहां प्रॉपर्टी खरीदनी है तो उनको अब जेब और ढीली करनी पड़ेगी. एनडीएमसी काउंसलिंग की गुरुवार को हुई बैठक में प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन, ट्रांसफर ड्यूटी पर 1% शुल्क बढ़ाने को मंजूरी दे दी गई है.
अब महिलाओं और ट्रांसजेंडर्स के नाम से रजिस्ट्री हुई प्रॉपर्टी पर अब 3% और पुरुषों के नाम रजिस्ट्री की गई प्रॉपर्टी पर अब 4% ट्रांसफर ड्यूटी देना होगा. पहले महिलाओं और थर्ड जेंडर के नाम पर 2% व पुरुषों के नाम पर 3% प्रॉपर्टी शुल्क देना पड़ता था. लेकिन अब इसमें एक 1% की बढ़ोतरी की गई है. काउंसलिंग मीटिंग में एनडीएमसी उपाध्यक्ष सतीश उपाध्याय, एनडीएमसी की सदस्य विशाखा सैलानी, कुलजीत चहल और गिरीश सचदेवा भी मौजूद रहे. इसके अलावा काउंसलिंग की बैठक में कई अन्य फैसले भी लिए गए हैं.
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नई दिल्ली नगरपालिका परिषद के अधिकारियों के अनुसार जिस तरह दिल्ली नगर निगम ने ट्रांसफर ड्यूटी बढ़ाई है, एनडीएमसी एरिया में उस तरह से ट्रांसफर ड्यूटी में बढ़ोतरी नहीं की गई है. यहां सभी तरह की प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन पर ट्रांसफर ड्यूटी 1% बढ़ाई गई है. एनडीएमसी एरिया में यूनिफार्म सर्कल रेट 7.73 लाख रुपए है. ट्रांसफर ड्यूटी में बढ़ोतरी सिर्फ उन प्रॉपर्टी पर की गई है जिनकी रजिस्ट्रेशन फीस 25 लाख रुपये से अधिक है. एनडीएमसी एरिया में करीब 16 हजार प्राइवेट प्रॉपर्टीज हैं. जबकि गवर्नमेंट प्रॉपर्टीज 1600 के करीब हैं. बताया जा रहा है कि एनडीएमसी ने 8 साल बाद शुल्क बढ़ोतरी की है. एनडीएमसी एरिया में पिछली बार ट्रांसफर ड्यूटी साल 2014-15 में बढ़ाई गई थी. ट्रांसफर ड्यूटी पर 1% बढ़ने से एनडीएमसी के सालाना रेवेन्यू में 18 से 20 लाख रुपये की अतिरिक्त बढ़ोतरी भी होगी.
वहीं एनडीएमसी के अधिकारियों का यह भी कहना है कि ट्रांसफर ड्यूटी के रूप में हर साल करीब 50 से 100 करोड़ रुपये का रेवेन्यू NDMC को मिलता था. पिछले साल 463 प्रॉपर्टीज का ट्रांजैक्शन हुआ था, जिससे एनडीएमसी को 52 करोड़ ट्रांसफर ड्यूटी के रूप में मिले थे. इससे पहले 282 प्रॉपर्टीज का ट्रांजैक्शन हुआ था, जिसमें एनडीएमसी को 54 करोड़ रेवेन्यू मिला था. ट्रांसफर शुल्क बढ़ाने से कहीं ना कहीं लोगों पर इसका भार जरूर पड़ेगा.
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