नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा में शुक्रवार से बजट सत्र शुरू हो रहा है. यह 7 दिवसीय बजट सत्र 22 से 28 फरवरी तक चलेगा. इस दौरान 26 फरवरी को वित्त मंत्री मनीष सिसोदिया आम आदमी पार्टी सरकार का 5वां बजट पेश करेंगे. बता दें कि आम आदमी पार्टी सरकार का यह आखिरी बजट होगा.
शुक्रवार को बजट सत्र के पहले दिन उपराज्यपाल अनिल बैजल का अभिभाषण 11 बजे से शुरू होगा. इसके खत्म होने के बाद आधे घंटे तक कार्यवाही स्थगित रहेगी, फिर दोबारा सदन में चर्चा शुरू होगी. इस दौरान उपरा
इस बजट सत्र में क्या कुछ होगा?
बता दें कि 23 फरवरी को उप-मुख्यमंत्री दिल्ली सरकार का आउटकम बजट पेश करेंगे. इसमें पिछले वित्तीय वर्ष में घोषित योजनाओं की जमीनी हकीकत के बार में सदन को बताया जाएगा. सत्र के तीसरे दिन 25 फरवरी को सरकार आर्थिक सर्वेक्षण सदन में रखेगी. 26 फरवरी को दिल्ली का बजट पेश किया जाएगा. बजट पर 27 और 28 फरवरी की चर्चा के बाद इसे पास किया जाएगा. गौरतलब हो कि 25, 27 और 28 फरवरी को प्रश्नकाल होगा, जिसमें 285 प्रश्न पूछे जाएंगे.
चुनावी बजट की उम्मीद
माना जा रहा है कि इस बार का बजट चुनावी होगा. इसमें लोक लुभावन योजनाओं का एलान सरकार कर सकती है. खासकर कच्ची कालोनियों के विकास कार्यों पर बड़ी मात्रा में बजटीय आवंटन होने की उम्मीद है. वहीं, दिल्ली के अलग-अलग तबकों को ध्यान में रखकर सरकार योजनाएं घोषित कर सकती है. हालांकि, इस बार भी सबसे ज्यादा बजटीय आवंटन शिक्षा, स्वास्थ्य और परिवहन पर होगा.
पूर्ण राज्य के दर्जे की मांग पर सवाल
दिल्ली का बजट सत्र इस बार हंगामेदार रहने वाला है. विपक्ष सरकार को उसकी अधूरी योजनाओं के सहारे घेरने की कोशिश करेगा. वहीं, सत्ता पक्ष सेवा विभाग के मसले पर विपक्ष समेत केंद्र सरकार को घेरेगी. वहीं आप विधायक सदन में पूर्ण राज्य के मसले पर भाजपा पर हमलावर हो सकते हैं.