नई दिल्ली : महिला पहलवान यौन उत्पीड़न मामले में आरोपित भारतीय कुश्ती संघ के निवर्तमान अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह और निलंबित सहायक सचिव विनोद तोमर के खिलाफ आरोप तय करने को लेकर शनिवार को राउज एवेन्यू कोर्ट में सुनवाई हुई. इस दौरान बृज भूषण शरण सिंह कोर्ट में पेश हुए. उनके साथ दिल्ली कुश्ती संघ के अध्यक्ष जयप्रकाश पहलवान भी मौजूद रहे. बृजभूषण सिंह के वकील ने महिला पहलवानों की दलील का विरोध किया और कहा कि शिकायतकर्ता पहलवानों के मुताबिक 2012 से 2023 तक सब कुछ चलता रहा है लेकिन कोई शिकायत क्यों नहीं गई ?
बृजभूषण के वकील ने कहा कि शिकायतकर्ता पहलवानों ने अपना बयान बदला है. 2023 में जब धरना प्रदर्शन शुरू हुआ उसके बाद बृज भूषण शरण सिंह पर झूठे आरोप लगाए गए . बृज भूषण के वकील की दलीलें सुनने के बाद मामले की अगली सुनवाई अब 16 अक्टूबर को होगी.
महिला पहलवानों की वकील रेबेका जॉन ने कहा कि मामले में कोई ओवर साइट कमेटी नियमों के हिसाब से नहीं बनाई गई, जो भी रिपोर्ट बनाई गई उसके कोई नतीजे नहीं हैं. एफआईआर में जो आरोप लगाए गए व जो बातें चार्जशीट में कहीं गई वह आरोपी के खिलाफ आरोप तय करने के लिए काफी हैं. कहा कि इसलिए बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ आरोप तय किए जाने चाहिए.
जॉन की दलीलें सुनने के बाद एडिशनल चीफ मेट्रो पॉलिटन मजिस्ट्रेट (एसीएमएम) हरजीत सिंह जसपाल ने मामले की अगली सुनवाई 16 सितंबर तक के लिए स्थगित कर दी. सुनवाई के दौरान बृज भूषण शरण सिंह कोर्ट में उपस्थित रहे.