नई दिल्ली: दिल्ली के जामिया नगर इलाके में मंगलवार को एक संदूक में जिन बच्चों के शव मिले थे, उनकी मौत दम घुटने से हुई थी. दोनों बच्चे भाई बहन थे. दिल्ली पुलिस ने एम्स के डॉक्टरों के पैनल से दोनों के शवों का पोस्टमार्टम कराया था. पोस्टमार्टम की प्राथमिक रिपोर्ट में यह पता चला है कि दोनों बच्चों की मौत दम घुटने से हुई थी. ऑक्सीजन न मिल पाने के कारण ऐसी स्थिति बनती है.
दक्षिण पूर्वी जिले के डीसीपी ने बताया कि बच्चों के शरीर के किसी भी अंग पर चोट या घाव के निशान नहीं मिले हैं. फॉरेंसिक जांच के लिए पुलिस ने विसरा सुरक्षित रखवा दिया है. विसरा की रिपोर्ट आने के बाद यह पूरी तरह से पुष्ट हो पाएगा कि बच्चों की मौत कैसे हुई.
खेल-खेल में बंद हुई संदूक की कुंडी, कैद हो गए थे बच्चे
जामिया नगर के जोगा बाई एक्सटेंशन में रहने वाले चौकीदार बलबीर के दो बच्चे 8 वर्षीय नीरज और 6 वर्षीय आरती मंगलवार दोपहर में खाने के बाद 3.30 बजे घर से निकले थे. बाद में घर की छत पर रखे लकड़ी के संदूक में दोनों के शव मिले थे. जांच में पता चला है कि बच्चे खेलते-खेलते संदूक में चले गए और संदूक की कुंडी बाहर से बंद हो गई. तेज धूप होने के कारण थोड़ी देर में ही बच्चों का दम घुट गया और उनकी मौत हो गई.
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