नई दिल्ली: बवाना-नरेला में निर्माणाधीन फ्लाईओवर कम रेलवे ओवरब्रिज के अंतिम चरण के निर्माण को अनुमति देने में केजरीवाल सरकार की ओर से देरी किए जाने के विरोध में बीजेपी नेता, स्थानीय लोगों और व्यापारियों के साथ गुरुवार से अनिश्चितकालीन आंदोलन शुरू करने जा रहे हैं.
विधानसभा में नेता विपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने पिछले दिनों इस मामले को उठाया था. अभी तक दिल्ली सरकार की ओर से निर्माण कार्य शुरू करने के लिए इजाजत नहीं दिए जाने के विरोध में अब बीजेपी नेता और स्थानीय लोग वहां आंदोलन करने जा रहे हैं.
इसमें आंदोलन में प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी, उत्तर पश्चिमी दिल्ली से सांसद हंसराज हंस तथा विधानसभा में नेता विपक्ष विजेंद्र गुप्ता के अलावा सैकड़ों की तादात में स्थानीय लोग भी मौजूद हिस्सा लेंगे.
डीडीए की मीटिंग में उठाया गया था मुद्दा
विधानसभा में नेता विपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने बताया कि नरेला में निर्माणाधीन फ्लाईओवर रेलवे ब्रिज के शेष निर्माण को रोके जाने के मुद्दे को उपराज्यपाल की अध्यक्षता में हुई दिल्ली विकास प्राधिकरण की मीटिंग में भी उठाया गया.
वे ये जानना चाहते थे कि जब पुल काफी हद तक तैयार हो चुका है, तब दिल्ली सरकार इस पुल को बनाने के लिए अनुमति क्यों नहीं दे रही है? परंतु आम आदमी पार्टी के विधायक दिल्ली सरकार के बचाव में आ गए. इसके बाद भी उपराज्यपाल ने मुख्य सचिव से इस मामले में रिपोर्ट मांगी है.
'योजना का काम लगभग 90% पूरा'
नेता विपक्ष ने बताया कि केंद्र सरकार तथा डीडीए की तरफ से वित्तीय रूप से पोषित निर्माणाधीन इस महत्वाकांक्षी योजना का काम लगभग 90% पूरा हो चुका है. परंतु शेष काम आम आदमी पार्टी सरकार ने मुख्यमंत्री के इशारे पर राजनीतिक द्वेष भावना से जानबूझकर इस योजना का निर्माण रोक रखा है. कुछ पेड़ों के रास्ते में आने के कारण स्लैब नहीं डाले जा रहे हैं.
'अनुमति मिलने तक आंदोलन जारी रहेगा'
उनका कहना है कि केंद्र ने पेड़ लगाने के लिए 30 एकड़ वैकल्पिक भूखंड दे दिया है और इसके साथ ही 55 हजार प्रति पेड़ का मुआवजा भी दे दिया है. उन्होंने बताया कि ये आंदोलन तब तक जारी रहेगा, जब तक सरकार इसका निर्माण कार्य पूरा करने की अनुमति नहीं दे देती है.
फ्लाईओवर के तैयार हो जाने से ट्रैफिक जाम होगा कम
नरेला-बवाना में जिस फ्लाईओवर और रेलवे अंडरपास के निर्माण को लेकर बीजेपी के नेता अब आंदोलन करने जा रहे हैं. इसके तैयार हो जाने से दिल्ली-करनाल रोड पर रेलवे लाइन के पास नरेला में स्थानीय ट्रैफिक जाम कम हो जाएगा. रेलवे क्रॉसिंग को बार-बार बंद करना पड़ता है. इस कारण ईंधन और समय की बर्बादी होती है.