नई दिल्ली: संसद के विशेष सत्र के अंतिम दिन दक्षिणी दिल्ली से बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी के द्वारा अपशब्दों के इस्तेमाल का मामला तूल पकड़ा हुआ है. रमेश बिधूड़ी ने संसद में जिन शब्दों का इस्तेमाल किया उसे लोकसभा के रिकॉर्ड से हटा दिया गया है. लोकसभा अध्यक्ष ने रमेश बिधूड़ी को चेतावनी भी दी है कि अगर ऐसी चीज दोहराई जाती है तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. शुक्रवार शाम को बीजेपी ने भी बिधूड़ी को कारण बताओं नोटिस जारी कर पूछा है कि आखिर उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की जाए?
बतौर सांसद सामान्य रहा रमेश बिधूड़ी का दिन
हालांकि, अपने विवादित बोल पर रमेश बिधूड़ी खुलकर नहीं कह रहे हैं. उन्होंने टिप्पणी करने से इनकार किया है, लेकिन बतौर सांसद जिस तरह वह अपने क्षेत्र में सक्रिय रहते हैं, वह सक्रियता भी उन्होंने शुक्रवार सुबह से लेकर रात तक दिखाई. शनिवार को भी वे अपने सरकारी कार्यालय में जनता से रूबरू हुए. शुक्रवार दोपहर में जब तमाम राजनीतिक दल के बड़े नेता बिधूड़ी के बोल पर कड़ी प्रतिक्रिया दे रहे थे तब बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी दिल्ली में डूसू चुनाव के लिए चल रही वोटिंग को देखने के लिए दक्षिणी दिल्ली के भगत सिंह कॉलेज में पहुंचे थे. इसके अलावा उन्होंने अपने अन्य कार्यक्रम में हिस्सा भी लिया.
केंद्रीय गृहराज्यमंत्री से रमेश बिधूड़ी ने की मुलाकात
शुक्रवार देर शाम रमेश बिधूड़ी दक्षिणी दिल्ली महिपालपुर होटल एसोसिएशन के पदाधिकारी के साथ लेकर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय से मिलने उनके आवास पर पहुंचे. उन्होंने महिपालपुर होटल एसोसिएशन द्वारा की गई शिकायत, जिसमें कहा गया है कि दिल्ली पुलिस होटल को चलाने के लिए लाइसेंस नहीं दे रही है, दिल्ली पुलिस द्वारा लाइसेंस में आ रही अड़चन का निदान जल्द हो, इस संबंध में भी होटल एसोसिएशन के पदाधिकारी की मुखालफत करने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के पास पहुंचे थे. उनके साथ हुई बैठक की और चाय आदि की फोटो भी रमेश बिधूड़ी ने सोशल मीडिया पर शेयर किया.
आप सांसद बोले, देश संविधान और संवाद से चलेगा दादागिरी से नहीं
आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने रमेश बिधूड़ी के मामले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि "विपक्ष का कोई नेता बोले तो निलंबित करके बाहर भेज दिया जाता है. देश संविधान और संवाद से चलेगा दादागिरी से नहीं."
नोटिस के जवाब का सबको इंतज़ार
बता दें कि गत महीनों के दौरान संसद की कार्यवाही को आपने ध्यान से सुना होगा तो उसमें जुमलाजीवी, तानाशाह, जयचंद जैसे शब्दों का सांसदों ने इस्तेमाल किया था. हालांकि इन शब्दों को रिकॉर्ड से हटा दिया गया था. उसके बाद बाकायदा एक लिस्ट जारी की गई थी कि ऐसे शब्दों का इस्तेमाल कोई भी संसद न करें. रमेश बिधूड़ी ने जिन शब्दों का इस्तेमाल संसद के लिए किया है अब वह लोकसभा स्पीकर तथा भाजपा द्वारा भेजे गए नोटिस में इसका क्या जवाब देते हैं इस पर सबकी नज़रें टिकी हुई हैं.
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