नई दिल्ली: इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में आयोजित बूथ सम्मेलन के दौरान मंच से बीजेपी के चंद नेताओं को ही बोलने का मौका दिया गया. वहीं दिल्ली के प्रभारी श्याम जाजू ने कि बूथ सम्मेलन बुलाने का औचित्य और केजरीवाल सरकार को किस तरह विधानसभा चुनाव में घेरना बताया.
कम शब्दों में मनोज तिवारी ने चलाया काम
मनोज तिवारी ने अधिक नहीं बोला. कम शब्दों में केजरीवाल सरकार पर हमला बोलते हुए उन्होंने पार्टी अध्यक्ष के भाषण से पहले पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा को अपनी बात रखने के लिए बुलाया.
![BJP leaders spoke at the booth conference at Indira Gandhi Indoor Stadium](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/5604943_colle.jpg)
'आयुष्मान भारत योजना नहीं लागू करने पर बिफरे नड्डा'
जेपी नड्डा ने दिल्ली में आयुष्मान भारत योजना लागू नहीं करने पर केजरीवाल सरकार पर बिफरे और कहा कि उन्होंने तथा स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने भी कई बार आयुष्मान भारत योजना को लागू करने के लिए कहा था. मगर केजरीवाल सरकार ने इस पर कुछ नहीं किया. दिल्ली देश के साथ विकास के राह पर नहीं चल पा रही इसके बारे में इसके लिए उन्होंने केजरीवाल सरकार को जिम्मेदार ठहराया.
'प्रवेश वर्मा ने पढ़े कसीदे'
जेपी नड्डा ने कैसे अपना भाषण खत्म किया, पश्चिमी दिल्ली से सांसद प्रवेश वर्मा अपनी बात रखने आ गए. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की तारीफों के पुल शब्दों के जरिए बांधे. दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए बूथ कार्यकर्ताओं को केजरीवाल सरकार को घेरने की अपील की. इसके बाद बूथ सम्मेलन के मुख्य वक्ता के रूप में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने बूथ कार्यकर्ताओं को संबोधित किया.
बूथ सम्मेलन के द्वारा चुनाव के लिए बूथ प्रमुखों को दी गई जिम्मेदारी
- बूथ कार्यकर्ताओं को अपने बूथ पर मोबाइल फोन द्वारा बनाए गए भाजपा सदस्यों का सत्यापन करना एवं सक्रिय सदस्यों से संपर्क स्थापित कर विधानसभा चुनाव के निमित्त कोई न कोई काम जरूर देना.
- बूथों के पंच परमेश्वर की नियमित बैठक करना. बूथों पर कार्य योजना बनाना.
- गट प्रमुखों की नियमित बैठकें
- अपने बूथ स्तर पर प्रभावी कार्य करके कम से कम 51% वोट भाजपा के पक्ष में प्राप्त करने की रणनीति बनाने के निर्देश.
- केंद्र सरकार द्वारा अनधिकृत कॉलोनियों के निवासियों को मालिकाना हक देने की घोषणा को लेकर बूथ में आने वाली सभी अनधिकृत कॉलोनी के प्रभावशाली लोगों की सूची बनाने और इसकी जानकारी विस्तृत रूप से देने की बूथ कार्यकर्ताओं से भी की गई अपील.