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AAP ने बुजुर्गों का किया अपमान, बीच रास्ते में ही उतार दिया: BJP

दिल्ली बीजेपी ने एक ट्वीट कर केजरीवाल सरकार की मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना पर तंज कसा है. ट्वीट कर उन्होंने लिखा कि आम आदमी पार्टी की बुजुर्गों के लिए तीर्थ यात्रा में हुआ उनका अपमान.

BJP tweet picture
दिल्ली बीजेपी के ट्वीट से ली गई तस्वीर
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Published : Dec 1, 2019, 2:27 PM IST

Updated : Dec 1, 2019, 6:01 PM IST

नई दिल्ली: पिछले दिनों ईटीवी भारत ने एक एक्सक्लूसिव खबर चलाई थी, जिसे लेकर अब दिल्ली की राजनीति गर्म हो गई है. दरअसल केजरीवाल सरकार की महत्वकांक्षी योजना 'मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना' पर अब सवाल उठने लगे हैं. दिल्ली भाजपा ने एक ट्वीट कर केजरीवाल सरकार की मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना पर तंज कसा है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि आम आदमी पार्टी की बुजुर्गों के लिए तीर्थ यात्रा में हुआ उनका अपमान. बीच रास्ते पर उन्हें उतार दिया और छोड़ दिया उन्हें उनके हाल पर.

  • ‘आप’ की बुजुर्गों के लिए तीर्थ यात्रा में हुआ उनका अपमान।

    बीच रास्ते पर उन्हें उतार दिया और छोड़ दिया उन्हें उनके हाल पे...#BJP4Delhi pic.twitter.com/y3SgF1JPq4

    — BJP Delhi (@BJP4Delhi) December 1, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

क्या था मामला
आरोप है कि AAP विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी ने 90 बुजुर्गों को तीर्थ यात्रा पर ले जाने का वादा किया. लेकिन 22 नवंबर को जिस दिन यात्रा जाने वाली थी उससे एक दिन पहले कहा कि 40 लोगों को लेकर जाएंगे. 40 लोगों की पूरी डिटेल कागजात के साथ विधायक के पास जमा कर दिए गए. 22 नवंबर को दोपहर 2 बजे अखिलेश पति त्रिपाठी ने अपने मॉडल टाउन स्थित आवास पर इन सभी को बुलाया था.

ये सभी 40 लोग विधायक के आवास पर पहुंचे, लेकिन वहां इंतजार करते रहे, विधायक नहीं मिले. फिर 4 बजे उनका फोन आया कि आप बस करके सफदरजंग स्टेशन आ जाइए. ये सभी 5 हजार रुपये के भाड़े की बस करके वहां पहुंचे, लेकिन विधायक मिले 7:30 बजे जब ट्रेन खुलने वाली थी.

  • देख‍िए 'आप' की बुजुर्ग तीर्थ यात्रा का सच..

    ‘आप’ की बुजुर्गों के लिए तीर्थ यात्रा में हुआ उनका अपमान। बीच रास्ते पर उन्हें उतार दिया और छोड़ दिया उन्हें उनके हाल पे... pic.twitter.com/WY3L7Tekfx

    — BJP Delhi (@BJP4Delhi) November 29, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

बुजुर्गों को बीच रास्ते में ही उतारा गया
इन सभी को न तो इनके टिकट की जानकारी थी और न ही इनके पास मिले थे. विधायक की तरफ से बार-बार कहा जा रहा था कि ट्रेन में ही टिकट देंगे, विधायक जब पहुंचे तो इन्हें कहीं एडजस्ट करने लगे. लेकिन इन बुजुर्गों का कहना है कि उसी बीच कमल बंसल मिले, जो दिल्ली सरकार की तरफ से इस योजना की व्यवस्था देख रहे हैं और उन्होंने कहा कि जिनके पास तीर्थ यात्रा के पास नहीं हो, अच्छा है वे यहीं उतर जाएं, वरना चेकिंग के बाद उन्हें बीच रास्ते में उतार दिया जाएगा.

इन बुजुर्गों में से 18 लोग सफदरजंग स्टेशन पर ही उतर गए और 15 लोगों को आगरा स्टेशन पर रात 2 बजे उतार दिया गया. इनमें 80 से 85 साल के बुजुर्ग भी थे, कई महिलाएं भी थीं. उसके बाद ये अपने खर्चे से दिल्ली लौटे.

यात्रियों के लिए नहीं थी खाने की व्यवस्था
गौर करने वाली बात यह भी है कि सफदरजंग स्टेशन से आगरा स्टेशन के बीच उन्हें चाय तक नहीं दी गई, खाना तो दूर की बात है. इनमें से एक बुजुर्ग ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि सिर्फ उन्हें खाना दिया जा रहा था, जिनके पास टिकट था.

नई दिल्ली: पिछले दिनों ईटीवी भारत ने एक एक्सक्लूसिव खबर चलाई थी, जिसे लेकर अब दिल्ली की राजनीति गर्म हो गई है. दरअसल केजरीवाल सरकार की महत्वकांक्षी योजना 'मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना' पर अब सवाल उठने लगे हैं. दिल्ली भाजपा ने एक ट्वीट कर केजरीवाल सरकार की मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना पर तंज कसा है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि आम आदमी पार्टी की बुजुर्गों के लिए तीर्थ यात्रा में हुआ उनका अपमान. बीच रास्ते पर उन्हें उतार दिया और छोड़ दिया उन्हें उनके हाल पर.

  • ‘आप’ की बुजुर्गों के लिए तीर्थ यात्रा में हुआ उनका अपमान।

    बीच रास्ते पर उन्हें उतार दिया और छोड़ दिया उन्हें उनके हाल पे...#BJP4Delhi pic.twitter.com/y3SgF1JPq4

    — BJP Delhi (@BJP4Delhi) December 1, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

क्या था मामला
आरोप है कि AAP विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी ने 90 बुजुर्गों को तीर्थ यात्रा पर ले जाने का वादा किया. लेकिन 22 नवंबर को जिस दिन यात्रा जाने वाली थी उससे एक दिन पहले कहा कि 40 लोगों को लेकर जाएंगे. 40 लोगों की पूरी डिटेल कागजात के साथ विधायक के पास जमा कर दिए गए. 22 नवंबर को दोपहर 2 बजे अखिलेश पति त्रिपाठी ने अपने मॉडल टाउन स्थित आवास पर इन सभी को बुलाया था.

ये सभी 40 लोग विधायक के आवास पर पहुंचे, लेकिन वहां इंतजार करते रहे, विधायक नहीं मिले. फिर 4 बजे उनका फोन आया कि आप बस करके सफदरजंग स्टेशन आ जाइए. ये सभी 5 हजार रुपये के भाड़े की बस करके वहां पहुंचे, लेकिन विधायक मिले 7:30 बजे जब ट्रेन खुलने वाली थी.

  • देख‍िए 'आप' की बुजुर्ग तीर्थ यात्रा का सच..

    ‘आप’ की बुजुर्गों के लिए तीर्थ यात्रा में हुआ उनका अपमान। बीच रास्ते पर उन्हें उतार दिया और छोड़ दिया उन्हें उनके हाल पे... pic.twitter.com/WY3L7Tekfx

    — BJP Delhi (@BJP4Delhi) November 29, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

बुजुर्गों को बीच रास्ते में ही उतारा गया
इन सभी को न तो इनके टिकट की जानकारी थी और न ही इनके पास मिले थे. विधायक की तरफ से बार-बार कहा जा रहा था कि ट्रेन में ही टिकट देंगे, विधायक जब पहुंचे तो इन्हें कहीं एडजस्ट करने लगे. लेकिन इन बुजुर्गों का कहना है कि उसी बीच कमल बंसल मिले, जो दिल्ली सरकार की तरफ से इस योजना की व्यवस्था देख रहे हैं और उन्होंने कहा कि जिनके पास तीर्थ यात्रा के पास नहीं हो, अच्छा है वे यहीं उतर जाएं, वरना चेकिंग के बाद उन्हें बीच रास्ते में उतार दिया जाएगा.

इन बुजुर्गों में से 18 लोग सफदरजंग स्टेशन पर ही उतर गए और 15 लोगों को आगरा स्टेशन पर रात 2 बजे उतार दिया गया. इनमें 80 से 85 साल के बुजुर्ग भी थे, कई महिलाएं भी थीं. उसके बाद ये अपने खर्चे से दिल्ली लौटे.

यात्रियों के लिए नहीं थी खाने की व्यवस्था
गौर करने वाली बात यह भी है कि सफदरजंग स्टेशन से आगरा स्टेशन के बीच उन्हें चाय तक नहीं दी गई, खाना तो दूर की बात है. इनमें से एक बुजुर्ग ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि सिर्फ उन्हें खाना दिया जा रहा था, जिनके पास टिकट था.

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नई दिल्ली: पिछले दिनों ईटीवी भारत ने एक एक्सक्लूसिव खबर चलाई थी, जिसे लेकर अब दिल्ली की राजनीति गर्म हो गई है. दरअसल केजरीवाल सरकार की महत्वकांक्षी योजना 'मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना' पर अब सवाल उठने लगे हैं.



दिल्ली भाजपा ने एक ट्वीट कर केजरीवाल सरकार की मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना पर तंज कसा है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि आम आदमी पार्टी की बुजुर्गों के लिए तीर्थ यात्रा में हुआ उनका अपमान. बीच रास्ते पर उन्हें उतार दिया और छोड़ दिया उन्हें उनके हाल पर.



क्या था मामला

आरोप है कि AAP विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी ने 90 बुजुर्गों को तीर्थ यात्रा पर ले जाने का वादा किया. लेकिन 22 नवंबर को जिस दिन यात्रा जाने वाली थी उससे एक दिन पहले कहा कि 40 लोगों को लेकर जाएंगे. 40 लोगों की पूरी डिटेल कागजात के साथ विधायक के पास जमा कर दिए गए. 22 नवंबर को दोपहर 2 बजे अखिलेश पति त्रिपाठी ने अपने मॉडल टाउन स्थित आवास पर इन सभी को बुलाया था.



ये सभी 40 लोग विधायक के आवास पर पहुंचे, लेकिन वहां इंतजार करते रहे, विधायक नहीं मिले. फिर 4 बजे उनका फोन आया कि आप बस करके सफदरजंग स्टेशन आ जाइए. ये सभी 5 हजार रुपये के भाड़े की बस करके वहां पहुंचे, लेकिन विधायक मिले 7:30 बजे जब ट्रेन खुलने वाली थी.



बुजुर्गों को बीच रास्ते में ही उतारा गया

इन सभी को न तो इनके टिकट की जानकारी थी और न ही इनके पास मिले थे. विधायक की तरफ से बार-बार कहा जा रहा था कि ट्रेन में ही टिकट देंगे, विधायक जब पहुंचे तो इन्हें कहीं एडजस्ट करने लगे. लेकिन इन बुजुर्गों का कहना है कि उसी बीच कमल बंसल मिले, जो दिल्ली सरकार की तरफ से इस योजना की व्यवस्था देख रहे हैं और उन्होंने कहा कि जिनके पास तीर्थ यात्रा के पास नहीं हो, अच्छा है वे यहीं उतर जाएं, वरना चेकिंग के बाद उन्हें बीच रास्ते में उतार दिया जाएगा.



इन बुजुर्गों में से 18 लोग सफदरजंग स्टेशन पर ही उतर गए और 15 लोगों को आगरा स्टेशन पर रात 2 बजे उतार दिया गया. इनमें 80 से 85 साल के बुजुर्ग भी थे, कई महिलाएं भी थीं. उसके बाद ये अपने खर्चे से दिल्ली लौटे.



यात्रियों के लिए नहीं थी खाने की व्यवस्था

गौर करने वाली बात यह भी है कि सफदरजंग स्टेशन से आगरा स्टेशन के बीच उन्हें चाय तक नहीं दी गई, खाना तो दूर की बात है. इनमें से एक बुजुर्ग ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि सिर्फ उन्हें खाना दिया जा रहा था, जिनके पास टिकट था.





 


Conclusion:
Last Updated : Dec 1, 2019, 6:01 PM IST
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