नई दिल्ली: दिल्ली सरकार की प्रतिष्ठित कला और सांस्कृतिक शाखा, साहित्य कला परिषद द्वारा मंत्रमुग्ध कर देने वाले तीन दिवसीय कार्यक्रम 'भक्ति में सद्भाव: भक्ति संगीत उत्सव' का कल शाम (15 सितंबर) शुक्रवार को आगाज हो गया. कार्यक्रम के पहले दिन यानी उद्घाटन में विधि शर्मा, हेमंत बृजवासी और सवानी मुद्गल द्वारा भक्ति गीत प्रस्तुत किए गए. इनके गीतों ने भारतीय संस्कृति की आस्था और भक्ति को जीवंत कर दिया.
शास्त्रीय गायिका सावनी मुद्गल ने महोत्सव का उद्घाटन प्रदर्शन दिया, जो 'सगुण' के साथ-साथ 'निर्गुण' का मिश्रण था. सभी 'भजन' कबीर, मीरा, नानक और अन्य संत कवियों द्वारा आधारित 'राग' थे. उन्होंने बिल्कुल पारंपरिक अंदाज में भजन पेश कर दिल जीत लिया. वहीं जब विधि शर्मा ने मंच की कमान संभाली तो वहां मौजूद लोग उनकी भजन सुनकर मंत्रमुग्ध हो गए. उन्होंने भक्त तुलसीदास, मीरा, सूरदास और दादू दयाल के गीत 'सांसों की माला पे', 'केशव हरि हरि नंदलाला' और भी बहुत सारे भजन प्रस्तुत किए. इसके अतिरिक्त, उन्होंने कुछ सूफी रचनाएं भी प्रस्तुत की.
इसके अलावा 'सा रे गा मा पा लिल चैंप्स' 2009 के विजेता हेमंत बृजवासी ने मीरा के भजन की प्रस्तुति कर कार्यकर्म में जान डाल दिया. हेमंत ने बताया कि उन्होंने 'जय राधे राधे', 'सवारे तेरे बिन जिया ना जाए', 'बांके बिहारी मोहना', और 'अरे सुनमोरी' और 'कजरारे तेरे मोटे मोटे नैन' जैसे गीत गाए. कार्यक्रम का हिस्सा बनीं साहित्य कला परिषद की सचिव मोनिका प्रियदर्शनी ने कार्यक्रम की तारीफ करते हुए कहा कि यह कार्यक्रम उन्हें काफी पसंद आया है. उन्होंने कलाकारों की भी तारीफ की है.
आपको बता दें कि यह महोत्सव 17 सितंबर तक नई दिल्ली के चाणक्यपुरी स्थित नेहरू पार्क में चलेगा. इस दौरान आध्यात्मिकता का माहौल रहेगा. उत्सव के दूसरे दिन भी कई कलाकार अपना शानदार प्रदर्शन देंगे. दूसरे दिन की शुरुआत ब्रिजेश मिश्रा, फेस सिंगर रश्मी अग्रवाल और श्री प्रह्लाद सिंह टिपन्या करेंगे. महोत्सव के आखिरी दिन विद्या शाह खूबसूरत प्रस्तुति देंगी. इसके बाद ममता जोशी के भावपूर्ण भक्ति गीत सुनने को मिलेंगे. शर्मा बंधु के मनमोहक प्रदर्शन के साथ कार्यक्रम का समापन होगा.