नई दिल्ली: सावन की हरियाली तीज को लेकर विवाहित महिलाएं खासी उत्साहित रहती है. इस दिन हरे रंग के कपड़ों के साथ हरे रंग की चूड़ियों और हाथों पर मेहंदी लगाने की रीत होती है. इसी कड़ी में हरियाली तीज से एक दिन पूर्व दिल्ली के कई मंदिरों में भजन कीर्तन और मेंहंदी लगाने के कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. इन कार्यक्रमों में महिलाओं ने सावन के गीत गाये और एक-दूसरे के हांथों पर मेहंदी लगाई.
पति की लंबी आयु के लिए निर्जला व्रत: 18 वर्षों से तीज का व्रत रखने वाली ममता ने बताया कि पहले वह घर में ही मेहंदी लगाती थी, लेकिन बदलते समय के साथ अब वो और उनकी सहेलियां मंदिर में इक्कठा होकर मेहंदी लगाती हैं. उन्होंने बताया कि हर साल वह धूमधाम से इस त्योहार को मनाती है. इस दिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए निर्जला व्रत रखती है.
महीनों पहले से शुरू की तैयारियां: पूजा शर्मा ने बताया कि वह हर साल एक महीने पहले से ही तीज की तैयारियां शुरू कर देती हैं. इसके लिए उन्होंने हरे रंग की साड़ी तैयार की, जिसको वह व्रत वाले दिन पहनेंगी. उन्होंने बताया कि इस दिन मां गौरी की आराधना की जाती है. जिस तरह माँ गौरी ने इस व्रत को करके भगवान शिव को प्राप्त किया था, उसकी तरह हर महिलाएं भी अपनी पति की दीर्घायु के लिए इस व्रत को रखती है.
झूला झूलने का विशेष महत्व: 40 वर्षों से वैवाहिक जीवन जी रहीं प्रमिला ने बताया कि वह हर साल 16 शृंगार कर के माँ गौरी की पूजा करती हैं. उन्होंने बताया कि पहले वह अपने गावं में पेड़ों को डालियों पर झूला डाल कर सहेलियों के साथ झूलती थी, लेकिन अब दिल्ली में यह सब संभव नहीं है.
मेकअप से लेकर ड्रेस तक सभी हरे: तीज के पर्व पर महिलाएं हरे रंग के कपड़े और चूड़ियां पहनती हैं. वहीं आज कल तीज के दिन महिलाओं द्वारा किए जाने वाले मेकअप भी हरे रंग का होता है. सीमा ने बताया कि उनकी शादी को 10 साल हो चुके हैं, लेकिन वह हर साल तीज के दिन नई नवेली दुल्हन की तरह तैयार होती है. इस साल भी उन्होंने तीज के दिन अपने आप को पूरी तरह हरे रंग में सराबोर करने की तैयारियां की है.
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