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दिल्ली चिड़ियाघर में बंगाल टाइगर ने तोड़ा दम, क्रॉनिकल किडनी डिसऑर्डर से था पीड़ित - इंडियन वेटरनरी रिसर्च इंस्टीट्यूट

दिल्ली चिड़ियाघर में गुरुवार सुबह 15 वर्षीय बीटू नाम के बंगाल टाइगर की मौत हो गई. टाइगर की पिछले कई महीनों से तबीयत खराब चल रही थी. सुबह उसने अंतिम सांस ली.

Bengal tiger died in Delhi Zoo due to long time illness
दिल्ली चिड़ियाघर में बंगाल टाइगर ने तोड़ा दम
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Published : Nov 19, 2020, 9:16 PM IST

नई दिल्ली: दिल्ली चिड़ियाघर में एक रॉयल बंगाल टाइगर ने आज अपनी आखिरी सांस ली. बता दें कि इस बंगाल टाइगर का नाम बीटू था और इसकी उम्र करीब 15 वर्ष थी. वहीं चिड़ियाघर प्रशासन का कहना है कि यह रॉयल बंगाल टाइगर पिछले कई महीनों से बीमार था और विशेषज्ञों की निगरानी में उसका इलाज चल रहा था.

दिल्ली चिड़ियाघर में बंगाल टाइगर की मौत
रॉयल बंगाल टाइगर काफी लंबे समय से चल रहा था

वहीं चिड़ियाघर के निदेशक रमेश कुमार पांडे ने बताया कि बीटू नामक रॉयल बंगाल टाइगर को भोपाल के वन विहार चिड़ियाघर से वर्ष 2014 में लाया गया था और वह अपनी औसत आयु पूरी कर चुका था. उन्होंने कहा कि बीटू पिछले कई महीनों से क्रॉनिकल किडनी डिसऑर्डर से जूझ रहा था और चिड़ियाघर प्रशासन की ओर से लगातार उसकी देखभाल की जा रही थी. वहीं चिड़ियाघर के निदेशक रमेश कुमार पांडे ने बताया कि बरेली के इंडियन वेटरनरी रिसर्च इंस्टीट्यूट के विशेषज्ञों द्वारा उसका इलाज भी किया जा रहा था. वहीं आईसीयू में पिछले 20 दिन से अधिक रहने के बाद आज सुबह बीटू ने दम तोड़ दिया.


मौत के सही कारणों की होगी जांच

वहीं चिड़ियाघर के निदेशक रमेश कुमार पांडे ने बताया कि बीटू का पोस्टमार्टम करने के बाद उसके शव को आगे की जांच के लिए इंडियन वेटरनरी रिसर्च इंस्टिट्यूट भेजा जाएगा जिससे कि मौत के सही कारणों का पता लगाया जा सके.

नई दिल्ली: दिल्ली चिड़ियाघर में एक रॉयल बंगाल टाइगर ने आज अपनी आखिरी सांस ली. बता दें कि इस बंगाल टाइगर का नाम बीटू था और इसकी उम्र करीब 15 वर्ष थी. वहीं चिड़ियाघर प्रशासन का कहना है कि यह रॉयल बंगाल टाइगर पिछले कई महीनों से बीमार था और विशेषज्ञों की निगरानी में उसका इलाज चल रहा था.

दिल्ली चिड़ियाघर में बंगाल टाइगर की मौत
रॉयल बंगाल टाइगर काफी लंबे समय से चल रहा था

वहीं चिड़ियाघर के निदेशक रमेश कुमार पांडे ने बताया कि बीटू नामक रॉयल बंगाल टाइगर को भोपाल के वन विहार चिड़ियाघर से वर्ष 2014 में लाया गया था और वह अपनी औसत आयु पूरी कर चुका था. उन्होंने कहा कि बीटू पिछले कई महीनों से क्रॉनिकल किडनी डिसऑर्डर से जूझ रहा था और चिड़ियाघर प्रशासन की ओर से लगातार उसकी देखभाल की जा रही थी. वहीं चिड़ियाघर के निदेशक रमेश कुमार पांडे ने बताया कि बरेली के इंडियन वेटरनरी रिसर्च इंस्टीट्यूट के विशेषज्ञों द्वारा उसका इलाज भी किया जा रहा था. वहीं आईसीयू में पिछले 20 दिन से अधिक रहने के बाद आज सुबह बीटू ने दम तोड़ दिया.


मौत के सही कारणों की होगी जांच

वहीं चिड़ियाघर के निदेशक रमेश कुमार पांडे ने बताया कि बीटू का पोस्टमार्टम करने के बाद उसके शव को आगे की जांच के लिए इंडियन वेटरनरी रिसर्च इंस्टिट्यूट भेजा जाएगा जिससे कि मौत के सही कारणों का पता लगाया जा सके.

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